उसके आगे और पीछे चलनेवाले लोग यह नारे लगा रहे थे : दाऊद के पुत्र को होशन्ना! धन्य है वह, जो प्रभु के नाम से आता है; सर्वोच्च स्थान में होशन्ना।
प्रेरितों के काम 28:6 - नवीन हिंदी बाइबल वे तो यह प्रतीक्षा कर रहे थे कि वह सूज जाएगा या अचानक गिरकर मर जाएगा। परंतु जब वे बहुत देर तक प्रतीक्षा करते रहे और देखा कि उसे कुछ भी नहीं हुआ तो विचार बदलकर कहने लगे, “यह तो कोई देवता है।” पवित्र बाइबल लोग सोच रहे थे कि वह या तो सूज जायेगा या फिर बरबस धरती पर गिर कर मर जायेगा। किन्तु बहुत देर तक प्रतीक्षा करने के बाद और यह देख कर कि उसे असाधारण रूप से कुछ भी नहीं हुआ है, उन्होंने अपनी धारणा बदल दी और बोले, “यह तो कोई देवता है।” Hindi Holy Bible परन्तु वे बाट जोहते थे, कि वह सूज जाएगा, या एकाएक गिर के मर जाएगा, परन्तु जब वे बहुत देर तक देखते रहे, और देखा, कि उसका कुछ भी नहीं बिगड़ा, तो और ही विचार कर कहा; यह तो कोई देवता है॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे प्रतीक्षा करने लगे कि वह सूज जायेंगे या अचानक गिरकर मर जायेंगे। किन्तु जब देर तक प्रतीक्षा करने के बाद उन्होंने देखा कि पौलुस को कोई हानि नहीं हो रही है, तो उनका विचार बदल गया और वे कहने लगे कि यह कोई देवता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु वे बाट जोहते थे कि वह सूज जाएगा या एकाएक गिर के मर जाएगा, परन्तु जब वे बहुत देर तक देखते रहे और देखा कि उसका कुछ भी नहीं बिगड़ा, तो अपना विचार बदल कर कहा, “यह तो कोई देवता है।” सरल हिन्दी बाइबल वे सभी यह इंतजार करते रहे कि उनकी बांह सूज जाएगी या वह किसी भी क्षण मरकर गिर पड़ेंगे. वे देर तक इसी की प्रतीक्षा करते रहे किंतु उनके साथ कुछ भी असामान्य नहीं हुआ. इसलिये लोगों का नज़रिया ही बदल गया और वे कहने लगे कि पौलॉस एक देवता हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु वे प्रतीक्षा कर रहे थे कि वह सूज जाएगा, या एकाएक गिरकर मर जाएगा, परन्तु जब वे बहुत देर तक देखते रहे और देखा कि उसका कुछ भी नहीं बिगड़ा, तो और ही विचार कर कहा, “यह तो कोई देवता है।” |
उसके आगे और पीछे चलनेवाले लोग यह नारे लगा रहे थे : दाऊद के पुत्र को होशन्ना! धन्य है वह, जो प्रभु के नाम से आता है; सर्वोच्च स्थान में होशन्ना।
पिलातुस ने उनसे पूछा, “फिर मैं उस यीशु का, जो मसीह कहलाता है, क्या करूँ?” सब ने कहा, “उसे क्रूस पर चढ़ाया जाए!”
उस स्थान के आस-पास की भूमि उस द्वीप के मुखिया की थी, जिसका नाम पुबलियुस था। उसने हमारा स्वागत किया और तीन दिन तक मित्रभाव से हमारा अतिथि-सत्कार किया।
छोटे से लेकर बड़े तक सब उसे सम्मान देते और कहते थे, “यह व्यक्ति परमेश्वर की वह शक्ति है जो महान कहलाती है।”