जब यूसुफ के स्वामी ने अपनी पत्नी की ये बातें सुनीं कि उसके दास ने उसकी पत्नी से ऐसा काम किया है, तो उसका क्रोध भड़क उठा।
प्रेरितों के काम 25:16 - नवीन हिंदी बाइबल तब मैंने उन्हें उत्तर दिया कि रोमियों की यह रीति नहीं है कि किसी मनुष्य को पहले ही से दंड के लिए सौंप दें, जब तक कि उस आरोपी को आरोप लगानेवालों के सामने आकर दोष का उत्तर देने का अवसर न मिले। पवित्र बाइबल मैंने उनसे कहा, ‘रोमियों में ऐसा चलन नहीं है कि किसी व्यक्ति को, जब तक वादी-प्रतिवादी को आमने-सामने न करा दिया जाये और उस पर लगाये गये अभियोगों से उसे बचाव का अवसर न दे दिया जाये, उसे दण्ड के लिये सौंपा जाये।’ Hindi Holy Bible परन्तु मैं ने उन को उत्तर दिया, कि रोमियों की यह रीति नहीं, कि किसी मनुष्य को दण्ड के लिये सौंप दें, जब तक मुद्दाअलैह को अपने मुद्दइयों के आमने सामने खड़े होकर दोष के उत्तर देने का अवसर न मिले। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने उत्तर दिया, ‘जब तक अभियुक्त को अभियोगियों के आमने-सामने न खड़ा किया जाये और उसे अभियोग के विषय में सफ़ाई देने का अवसर न मिले, तब तक अभियुक्त को अभियोगियों के हवाले करना रोमियों की प्रथा नहीं है।’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु मैं ने उनको उत्तर दिया कि रोमियों की यह रीति नहीं कि किसी मनुष्य को दण्ड के लिये सौंप दें, जब तक मुद्दाअलैह को अपने मुद्दइयों के सामने खड़े होकर दोष के उत्तर देने का अवसर न मिले। सरल हिन्दी बाइबल “मैंने उनके सामने रोमी शासन की नीति स्पष्ट करते हुए उनसे कहा कि इस नीति के अंतर्गत दोषी और दोष लगानेवालों के आमने-सामने सवाल जवाब किए बिना तथा दोषी को अपनी सफ़ाई पेश करने का अवसर दिए बिना दंड के लिए सौंप देना सही नहीं है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु मैंने उनको उत्तर दिया, कि रोमियों की यह रीति नहीं, कि किसी मनुष्य को दण्ड के लिये सौंप दें, जब तक आरोपी को अपने दोष लगाने वालों के सामने खड़े होकर दोष के उत्तर देने का अवसर न मिले। |
जब यूसुफ के स्वामी ने अपनी पत्नी की ये बातें सुनीं कि उसके दास ने उसकी पत्नी से ऐसा काम किया है, तो उसका क्रोध भड़क उठा।
जो मनुष्य मुकदमे में पहले बोलता है, वह तब तक सच्चा प्रतीत होता है, जब तक कि दूसरे पक्षवाला आकर उसे जाँच नहीं लेता।
“जब लोग तुम्हें आराधनालयों, शासकों और अधिकारियों के सामने ले जाएँ, तो तुम चिंता न करना कि अपने बचाव में कैसे और क्या उत्तर दोगे या क्या कहोगे;
“क्या हमारी व्यवस्था किसी मनुष्य को जब तक पहले उसकी सुन न ले और जान न ले कि उसने क्या किया है, दोषी ठहराती है?”
जब मुझे बताया गया कि इस मनुष्य के विरुद्ध षड्यंत्र रचा गया है, तो मैंने तुरंत उसे तेरे पास भेज दिया, और यह आदेश भी दिया कि इस पर आरोप लगानेवाले तेरे सामने इस पर आरोप लगाएँ।”
उसने कहा, “जब तुझ पर आरोप लगानेवाले भी आ जाएँगे, तब मैं तेरी सुनवाई करूँगा।” और उसने पौलुस को हेरोदेस के राजभवन में पहरे में रखने का आदेश दिया।
अग्रिप्पा ने पौलुस से कहा, “तुझे अपने विषय में बोलने की अनुमति है।” इस पर पौलुस अपना हाथ बढ़ाकर अपने बचाव में बोलने लगा,