तू बुराई करने के लिए भीड़ के पीछे न हो लेना, और न भीड़ का साथ देकर मुकदमे में न्याय को बिगाड़ने के लिए गवाही देना;
प्रेरितों के काम 24:27 - नवीन हिंदी बाइबल जब दो वर्ष पूरे हो गए तो पुरकियुस फेस्तुस, फेलिक्स का उत्तराधिकारी बना; और फेलिक्स यहूदियों को प्रसन्न करने की इच्छा से पौलुस को बंदीगृह में ही छोड़ गया। पवित्र बाइबल दो साल ऐसे बीत जाने के बाद फेलिक्स का स्थान पुरुखियुस फेस्तुस ने ग्रहण कर लिया। क्योंकि फेलिक्स यहूदियों को प्रसन्न रखना चाहता था इसीलिये उसने पौलुस को बंदीगृह में ही रहने दिया। Hindi Holy Bible परन्तु जब दो वर्ष बीत गए, तो पुरिकयुस फेस्तुस फेलिक्स की जगह पर आया, और फेलिक्स यहूदियों को खुश करने की इच्छा से पौलुस को बन्धुआ छोड़ गया॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु जब दो वर्षों के बाद राज्यपाल फ़ेलिक्स के स्थान पर पोर्कियुस फेस्तुस नियुक्त हुआ, तब फ़ेलिक्स यहूदी धर्मगुरुओं को प्रसन्न करने के उद्देश्य से पौलुस को बन्दीगृह में ही छोड़ गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु जब दो वर्ष बीत गए तो पुरकियुस फेस्तुस, फेलिक्स की जगह पर आया; और फेलिक्स यहूदियों को खुश करने की इच्छा से पौलुस को बन्दी ही छोड़ गया। सरल हिन्दी बाइबल यही क्रम दो वर्षों तक चलता रहा. तब फ़ेलिक्स के स्थान पर पोर्कियॉस फ़ेस्तुस इस पद पर चुना गया और यहूदियों को प्रसन्न करने के उद्देश्य से फ़ेलिक्स ने पौलॉस को बंदी ही बना रहने दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु जब दो वर्ष बीत गए, तो पुरकियुस फेस्तुस, फेलिक्स की जगह पर आया, और फेलिक्स यहूदियों को खुश करने की इच्छा से पौलुस को बन्दी ही छोड़ गया। |
तू बुराई करने के लिए भीड़ के पीछे न हो लेना, और न भीड़ का साथ देकर मुकदमे में न्याय को बिगाड़ने के लिए गवाही देना;
जो मनुष्य का भय मानता है वह अपने लिए जाल बिछाता है, परंतु जो यहोवा पर भरोसा रखता है, वह सुरक्षित रहता है।
तब भीड़ को संतुष्ट करने की इच्छा से पिलातुस ने उनके लिए बरअब्बा को छोड़ दिया और यीशु को कोड़े लगवाकर सौंप दिया कि क्रूस पर चढ़ाया जाए।
जब उसने देखा कि यहूदी इससे प्रसन्न होते हैं तो वह पतरस को भी पकड़ने के लिए आगे बढ़ा। वे अख़मीरी रोटी के पर्व के दिन थे।
उसने कहा, “जब तुझ पर आरोप लगानेवाले भी आ जाएँगे, तब मैं तेरी सुनवाई करूँगा।” और उसने पौलुस को हेरोदेस के राजभवन में पहरे में रखने का आदेश दिया।
वहाँ कई दिन रहने के बाद फेस्तुस ने राजा के सामने पौलुस के विषय में यह बताया, “फेलिक्स एक व्यक्ति को बंदी छोड़ गया है।
परंतु फेस्तुस ने उत्तर दिया कि पौलुस कैसरिया में पहरे में है, और वह स्वयं वहाँ शीघ्र जाने वाला है।
तब फेस्तुस ने यहूदियों को प्रसन्न करने की इच्छा से पौलुस से कहा, “क्या तू चाहता है कि यरूशलेम में जाकर वहाँ मेरे सामने इन बातों का न्याय हो?”
तब अग्रिप्पा ने फेस्तुस से कहा, “यदि इस मनुष्य ने कैसर से अपील न की होती तो इसे छोड़ा जा सकता था।”
पौलुस अपने किराए के घर में पूरे दो वर्ष रहा, और जो उसके पास आते थे उन सब का वह स्वागत करता था।
अब क्या मैं मनुष्यों की कृपा पाने का प्रयास कर रहा हूँ या परमेश्वर की? या फिर, क्या मैं मनुष्यों को प्रसन्न करना चाहता हूँ? यदि मैं अब तक मनुष्यों को प्रसन्न करता रहता तो मसीह का दास न होता।