कैसरिया में कुरनेलियुस नामक एक व्यक्ति था। वह उस सैन्य दल का शतपति था जो इतालियानी कहलाता था।
प्रेरितों के काम 21:8 - नवीन हिंदी बाइबल अगले दिन हम वहाँ से निकलकर कैसरिया में आए और सुसमाचार प्रचारक फिलिप्पुस के घर में जाकर उसके साथ रहे; वह उन सातों में से एक था। पवित्र बाइबल अगले दिन उन्हें छोड़ कर हम कैसरिया आ गये। और इंजील के प्रचारक फिलिप्पुस के, जो चुने हुए विशेष सात सेवकों में से एक था, घर जा कर उसके साथ ठहरे। Hindi Holy Bible दूसरे दिन हम वहां से चलकर कैसरिया में आए, और फिलेप्पुस सुसमाचार प्रचारक के घर में जो सातों में से एक था, जाकर उसके यहां रहे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वहाँ से चल कर हम दूसरे दिन कैसरिया पहुँचे। हम शुभसमाचार-प्रचारक फिलिप के घर गये और उसके यहाँ ठहरे। वह “सात सेवकों” में से एक था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दूसरे दिन हम वहाँ से चलकर कैसरिया में आए, और फिलिप्पुस सुसमाचार प्रचारक के घर में जो सातों में से एक था; जाकर उसके यहाँ रहे। सरल हिन्दी बाइबल अगले दिन यात्रा करते हुए हम कयसरिया आए और प्रचारक फ़िलिप्पॉस के घर गए, जो उन सात दीकनों में से एक थे. हम उन्हीं के घर में ठहरे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दूसरे दिन हम वहाँ से चलकर कैसरिया में आए, और फिलिप्पुस सुसमाचार प्रचारक के घर में जो सातों में से एक था, जाकर उसके यहाँ रहे। |
कैसरिया में कुरनेलियुस नामक एक व्यक्ति था। वह उस सैन्य दल का शतपति था जो इतालियानी कहलाता था।
जब उसने यह दर्शन देखा, तो हमने यह समझकर तुरंत मकिदुनिया जाना चाहा कि परमेश्वर ने हमें उन लोगों को सुसमाचार सुनाने के लिए बुलाया है।
फिर सब्त के दिन हम फाटक के बाहर नदी के किनारे यह सोचकर गए कि वहाँ प्रार्थना का स्थान होगा, और बैठकर उन स्त्रियों से बातें करने लगे जो वहाँ एकत्रित थीं।
फिर ऐसा हुआ कि जब हम प्रार्थना के स्थान की ओर जा रहे थे तो हमें एक दासी मिली जिसमें भविष्य बतानेवाली आत्मा थी; वह भविष्य बताकर अपने स्वामियों के लिए बहुत धन कमा लाती थी।
और कैसरिया में उतरकर वह ऊपर यरूशलेम को गया और कलीसिया को नमस्कार करके नीचे अंताकिया को चला गया।
हम जहाज़ पर पहले जाकर अस्सुस के लिए रवाना हुए कि वहाँ से पौलुस को चढ़ा लें, क्योंकि उसने स्वयं ही पैदल जाने की इच्छा से ऐसा प्रबंध किया था।
अख़मीरी रोटी के पर्व के दिनों के बाद हम फिलिप्पी से जहाज़ द्वारा निकले, और पाँच दिन में उनके पास त्रोआस में पहुँचे, जहाँ हम सात दिन रहे।
कैसरिया से भी कुछ शिष्य हमारे साथ हो लिए, और हमें साइप्रस के एक पुराने शिष्य मनासोन के पास ले गए, जिसके पास हमें ठहरना था।
फिर उसने दो शतपतियों को अपने पास बुलाकर कहा, “रात के नौ बजे तक कैसरिया जाने के लिए दो सौ सैनिकों, सत्तर घुड़सवारों और दो सौ भाला चलानेवालों को तैयार रखो,
जब यह निश्चित हो गया कि हमें जहाज़ से इटली जाना है, तो उन्होंने पौलुस और कुछ अन्य बंदियों को औगुस्तुस के सैन्य दल के यूलियुस नामक शतपति के हाथ सौंप दिया।
हमें वहाँ रहते हुए तीन महीने हो चुके थे। तब हम सिकंदरिया के एक जहाज़ से रवाना हुए, जो शीतकाल में इसी द्वीप पर था, और जिस पर दियुसकूरी का चिह्न था।
जब हमने रोम में प्रवेश किया तो पौलुस को एक सैनिक के साथ, जो उसकी रखवाली करता था, अलग रहने की अनुमति मिली।
यह बात सारी मंडली को अच्छी लगी, और उन्होंने स्तिफनुस को, जो विश्वास और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण व्यक्ति था, और फिलिप्पुस और प्रुखुरुस और नीकानोर और तीमोन और परमिनास और यहूदी मत में आनेवाले अंताकिया के नीकुलाउस को चुन लिया।
उसने कुछ को प्रेरित, और कुछ को भविष्यवक्ता, और कुछ को सुसमाचार प्रचारक और कुछ को चरवाहे और शिक्षक नियुक्त करके दे दिया,
परंतु तू सब बातों में संयमी रह, दुःख उठा, सुसमाचार प्रचार का कार्य कर और अपनी सेवा पूरी कर।