फिर वे यीशु के पास आए और उस दुष्टात्माग्रस्त को, जिसमें सेना थी, वस्त्र पहने तथा सचेत बैठे हुए देखा, और वे डर गए।
प्रेरितों के काम 19:16 - नवीन हिंदी बाइबल और वह मनुष्य, जिसमें दुष्ट आत्मा थी, उन पर झपटा और उन्हें अपने वश में करके उन पर ऐसा प्रबल हुआ कि वे निर्वस्त्र और घायल होकर उस घर से निकल भागे। पवित्र बाइबल फिर वह व्यक्ति जिस पर दुष्टात्मा सवार थीं, उन पर झपटा। उसने उन पर काबू पा कर उन दोनों को हरा दिया। इस तरह वे नंगे ही घायल होकर उस घर से निकल कर भाग गये। Hindi Holy Bible और उस मनुष्य ने जिस में दुष्ट आत्मा थी; उन पर लपक कर, और उन्हें वश में लाकर, उन पर ऐसा उपद्रव किया, कि वे नंगे और घायल होकर उस घर से निकल भागे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो मनुष्य दुष्ट आत्मा के वश में था, उसने झपट कर सब को पछाड़ा और उनकी ऐसी दुर्गति की कि वे नंगे और घायल हो कर उस घर से निकल भागे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उस मनुष्य ने जिसमें दुष्ट आत्मा थी उन पर लपककर और उन्हें वश में लाकर, उन पर ऐसा उपद्रव किया कि वे नंगे और घायल होकर उस घर से निकल भागे। सरल हिन्दी बाइबल और उस दुष्टात्मा से पीड़ित व्यक्ति ने लपक कर उन सभी को अपने वश में कर लिया और उनकी ऐसी पिटाई की कि वे उस घर से नंगे तथा घायल होकर भागे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उस मनुष्य ने जिसमें दुष्ट आत्मा थी; उन पर लपककर, और उन्हें काबू में लाकर, उन पर ऐसा उपद्रव किया, कि वे नंगे और घायल होकर उस घर से निकल भागे। |
फिर वे यीशु के पास आए और उस दुष्टात्माग्रस्त को, जिसमें सेना थी, वस्त्र पहने तथा सचेत बैठे हुए देखा, और वे डर गए।
क्योंकि यीशु ने अशुद्ध आत्मा को उस मनुष्य में से निकल जाने की आज्ञा दी थी, इसलिए कि वह बार-बार उसे पकड़ती थी। उस मनुष्य को ज़ंजीरों और बेड़ियों से बाँधकर पहरे में रखा जाता था, परंतु वह उन बंधनों को तोड़ डालता था और दुष्टात्मा उसे जंगलों में भगाए फिरती थी।
तब जो हुआ था उसे देखने के लिए लोग निकलकर यीशु के पास आए, और उस मनुष्य को जिसमें से दुष्टात्माएँ निकली थीं, यीशु के चरणों में वस्त्र पहने तथा सचेत बैठे हुए पाया, और वे डर गए।
इस पर दुष्ट आत्मा ने उनसे कहा, “मैं यीशु को तो जानती हूँ और पौलुस को भी पहचानती हूँ, परंतु तुम कौन हो?”
यह बात इफिसुस में रहनेवाले सब यहूदी और यूनानी भी जान गए, और उन सब पर भय छा गया; और प्रभु यीशु के नाम की बड़ाई होने लगी।
वह उछलकर खड़ा हो गया और चलने-फिरने लगा, और उसने चलते और कूदते और परमेश्वर की स्तुति करते हुए उनके साथ मंदिर-परिसर में प्रवेश किया।
वे उनसे स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा तो करते हैं, पर स्वयं सड़ाहट के दास हैं, क्योंकि एक मनुष्य जिससे पराजित हो जाता है, वह उसी का दास बन जाता है।