प्रेरितों के काम 17:11 - नवीन हिंदी बाइबल ये लोग थिस्सलुनीके के लोगों से अधिक सज्जन थे, और उन्होंने बड़ी उत्सुकता से वचन को ग्रहण किया तथा प्रतिदिन पवित्रशास्त्र में खोजते रहे कि ये बातें ऐसी ही हैं या नहीं। पवित्र बाइबल ये लोग थिस्सुलुनिके के लोगों से अधिक अच्छे थे। इन लोगों ने पूरा मन लगाकर वचन को सुना और हर दिन शास्त्रों को उलटते पलटते यह जाँचते रहे कि पौलुस ने जो बातें बतायी हैं, क्या वे सत्य हैं। Hindi Holy Bible ये लोग तो थिस्सलुनीके के यहूदियोंसे भले थे और उन्होंने बड़ी लालसा से वचन ग्रहण किया, और प्रति दिन पवित्र शास्त्रों में ढूंढ़ते रहे कि ये बातें यों ही हैं, कि नहीं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ये यहूदी थिस्सलुनीके के यहूदियों से अधिक उदार थे। वे बड़ी उत्सुकता से प्रभु का संदेश सुनते थे और उसकी सच्चाई की जाँच करने के लिए प्रतिदिन धर्मग्रन्थ का परिशीलन करते थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ये लोग तो थिस्सलुनीके के यहूदियों से भले थे, और उन्होंने बड़ी लालसा से वचन ग्रहण किया, और प्रतिदिन पवित्रशास्त्रों में ढूँढ़ते रहे कि ये बातें योंहीं हैं कि नहीं। सरल हिन्दी बाइबल बेरोयावासी यहूदी थेस्सलोनिकेयुस के लोगों की तुलना में अधिक महान चरित्र के थे. उन्होंने प्रभु के वचन को बड़ी लालसा से स्वीकार कर लिया. बातों की सच्चाई की पुष्टि के उद्देश्य से वे हर दिन पवित्र शास्त्र का गंभीरता से अध्ययन किया करते थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ये लोग तो थिस्सलुनीके के यहूदियों से भले थे और उन्होंने बड़ी लालसा से वचन ग्रहण किया, और प्रतिदिन पवित्रशास्त्रों में ढूँढ़ते रहे कि ये बातें ऐसी ही हैं कि नहीं। |
चाँदी को नहीं, बल्कि मेरी शिक्षा को ग्रहण करो; सोने को नहीं, बल्कि ज्ञान को प्राप्त करो।
बुद्धिमान को शिक्षा दे तो वह अधिक बुद्धिमान होगा; धर्मी को सिखा तो वह अपनी विद्या बढ़ाएगा।
परंतु अच्छी भूमि पर बोया गया बीज वह है, जो वचन को सुनकर और समझकर सचमुच फल लाता है, कोई सौ गुणा, कोई साठ गुणा और कोई तीस गुणा।”
जैसा हमें उन लोगों से प्राप्त हुआ, जिन्होंने आरंभ से इन बातों को देखा और वचन के सेवक थे;
फिर उसने उनसे कहा,“ये मेरी वे बातें हैं, जो मैंने तुम्हारे साथ रहते हुए तुमसे कही थीं कि मूसा की व्यवस्था और भविष्यवक्ताओं और भजनों की पुस्तक में मेरे विषय में लिखी गई सब बातों का पूरा होना अवश्य है।”
परंतु जो सत्य पर चलता है, वह ज्योति के पास आता है, जिससे यह प्रकट हो जाए कि उसके कार्य परमेश्वर की ओर से किए गए हैं।”
तुम पवित्रशास्त्र के लेखों में ढूँढ़ते हो, क्योंकि तुम सोचते हो कि उनमें अनंत जीवन है, परंतु ये वे हैं जो मेरे विषय में साक्षी देते हैं।
अतः मैंने तुरंत तेरे पास लोग भेजे, और तूने आकर अच्छा किया। इसलिए अब हम सब यहाँ परमेश्वर के सामने उपस्थित हैं कि उन सब बातों को सुनें जो प्रभु ने तुझसे कही हैं।”
फिर प्रेरितों और भाइयों ने जो यहूदिया में थे सुना कि गैरयहूदियों ने भी परमेश्वर का वचन ग्रहण किया है।
फिर वे अम्फिपुलिस और अपुल्लोनिया होकर थिस्सलुनीके में आए, जहाँ यहूदियों का एक आराधनालय था।
अतः जिन्होंने उसका वचन ग्रहण किया उन्होंने बपतिस्मा लिया, और उसी दिन लगभग तीन हज़ार लोग उनमें जुड़ गए।
तुम बड़े क्लेश में पवित्र आत्मा के आनंद के साथ वचन को ग्रहण करके हमारे और प्रभु के अनुकरण करनेवाले बन गए,
इसी कारण हम भी निरंतर परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं कि जब हमारे द्वारा तुम्हें परमेश्वर के वचन का संदेश मिला, तो तुमने उसे मनुष्यों का नहीं, बल्कि परमेश्वर का वचन समझकर ग्रहण किया (सचमुच वह है भी) जो तुम विश्वास करनेवालों में कार्य भी करता है।
और अधर्म के हर प्रकार के धोखे के साथ होगा, क्योंकि उन्होंने सत्य के प्रेम को ग्रहण नहीं किया जिससे उनका उद्धार होता।
इसलिए सारी मलिनता और समस्त बुराई को छोड़कर उस वचन को नम्रता से ग्रहण कर लो जो तुममें रोपा गया है और तुम्हारे प्राणों को बचा सकता है।
नवजात शिशुओं के समान निर्मल आत्मिक दूध की लालसा करो, ताकि उसके द्वारा तुम उद्धार में बढ़ते जाओ;