प्रेरितों के काम 16:5 - नवीन हिंदी बाइबल इस प्रकार कलीसियाएँ विश्वास में दृढ़ होती गईं और प्रतिदिन संख्या में बढ़ती गईं। पवित्र बाइबल इस प्रकार वहाँ की कलीसिया का विश्वास और सुदृढ़ होता गया और दिन प्रतिदिन उनकी संख्या बढ़ने लगी। Hindi Holy Bible इस प्रकार कलीसिया विश्वास में स्थिर होती गई और गिनती में प्रति दिन बढ़ती गई। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस प्रकार स्थानीय कलीसियाएँ विश्वास में सुदृढ़ होतीं और संख्या में प्रतिदिन बढ़ती गईं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस प्रकार कलीसियाएँ विश्वास में स्थिर होती गईं और संख्या में प्रतिदिन बढ़ती गईं। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये कलीसिया प्रतिदिन विश्वास में स्थिर होती गई तथा उनकी संख्या में प्रतिदिन बढ़ोतरी होती गई. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस प्रकार कलीसियाएँ विश्वास में स्थिर होती गई और गिनती में प्रतिदिन बढ़ती गई। |
और परमेश्वर की स्तुति किया करते थे और सब लोग उनसे प्रसन्न थे। प्रभु प्रतिदिन उद्धार पानेवालों को उनमें जोड़ दिया करता था।
परंतु वचन सुननेवालों में से बहुतों ने विश्वास किया, और उन पुरुषों की संख्या लगभग पाँच हज़ार हो गई।
इस प्रकार परमेश्वर का वचन फैलता गया, और यरूशलेम में शिष्यों की संख्या बहुत बढ़ती गई, और बहुत से याजक भी इस मत को मानने लगे।
इस प्रकार सारे यहूदिया और गलील और सामरिया की कलीसिया को शांति मिली, और वह प्रभु के भय में चलते और उन्नति करते हुए पवित्र आत्मा के प्रोत्साहन में बढ़ती गई।
अब जो तुम्हें मेरे उस सुसमाचार और यीशु मसीह के प्रचार के अनुसार दृढ़ कर सकता है, अर्थात् उस भेद के प्रकाशन के अनुसार, जो सनातन काल से गुप्त रखा गया
इसलिए हे मेरे प्रिय भाइयो, दृढ़ और अटल रहो तथा प्रभु के कार्य में सदैव बढ़ते जाओ, क्योंकि तुम जानते हो कि तुम्हारा परिश्रम प्रभु में व्यर्थ नहीं है।
मसीह ने स्वतंत्रता के लिए हमें स्वतंत्र किया है; इसलिए स्थिर रहो और दासत्व के जुए में फिर से न जुतो।
कि जब हमारा प्रभु यीशु अपने सब पवित्र लोगों के साथ आए तो वह तुम्हारे मनों को हमारे परमेश्वर और पिता के सामने पवित्रता में निर्दोष ठहराए। आमीन।
और तीमुथियुस को, जो हमारा भाई और मसीह के सुसमाचार में परमेश्वर का सहकर्मी है, भेज दिया कि वह तुम्हारे विश्वास में तुम्हें दृढ़ और प्रोत्साहित करे,
अब स्वयं हमारा प्रभु यीशु मसीह और हमारा परमेश्वर पिता, जिसने हमसे प्रेम रखा और अनुग्रह के द्वारा हमें अनंत शांति और उत्तम आशा दी है,
तुम भिन्न-भिन्न प्रकार की विचित्र शिक्षाओं के द्वारा भरमाए न जाओ; क्योंकि मन का अनुग्रह से दृढ़ रहना भला है, न कि उन भोजन संबंधी नियमों से जिनका पालन करनेवाले लोगों को कुछ लाभ नहीं हुआ।
अब परमेश्वर जो समस्त अनुग्रह का दाता है, और जिसने तुम्हें मसीह में अपनी अनंत महिमा के लिए बुलाया है, वह तुम्हारे थोड़ी देर तक दुःख उठाने के बाद स्वयं तुम्हें सिद्ध, ढृढ़, बलवंत और स्थिर करेगा।