प्रकाशितवाक्य 6:16 - नवीन हिंदी बाइबल वे पहाड़ों और चट्टानों से कहने लगे, “हम पर गिर पड़ो, और हमें उसकी दृष्टि से जो सिंहासन पर विराजमान है, और मेमने के प्रकोप से छिपा लो। पवित्र बाइबल वे पहाड़ों और चट्टानों से कह रहे थे, “हम पर गिर पड़ो और वह जो सिंहासन पर विराजमान है तथा उस मेमने के क्रोध के सामने से हमें छिपा लो। Hindi Holy Bible और पहाड़ों, और चट्टानों से कहने लगे, कि हम पर गिर पड़ो; और हमें उसके मुंह से जो सिंहासन पर बैठा है और मेम्ने के प्रकोप से छिपा लो। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और वे पहाड़ों और चट्टानों से बोल उठे : “हम पर गिर पड़ो और सिंहासन पर विराजमान की दृष्टि से और मेमने के क्रोध से हमें छिपा लो।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और पहाड़ों और चट्टानों से कहने लगे, “हम पर गिर पड़ो; और हमें उसके मुँह से जो सिंहासन पर बैठा है, और मेम्ने के प्रकोप से छिपा लो। सरल हिन्दी बाइबल वे पहाड़ों तथा पत्थरों से कहने लगे, “हम पर आ गिरो और हमें मेमने के क्रोध से बचा लो तथा उनकी उपस्थिति से छिपा लो, जो सिंहासन पर बैठे हैं, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और पहाड़ों, और चट्टानों से कहने लगे, “हम पर गिर पड़ो; और हमें उसके मुँह से जो सिंहासन पर बैठा है और मेम्ने के प्रकोप से छिपा लो; (लूका 23:30) |
यीशु ने उससे कहा,“तूने कह दिया; परंतु मैं तुमसे कहता हूँ कि अब से तुम मनुष्य के पुत्र को सर्वशक्तिमान के दाहिनी ओर बैठा और आकाश के बादलों पर आता हुआ देखोगे।”
उसने उन सब को क्रोध से देखा और उनके मन की कठोरता पर दुःखी होकर उस मनुष्य से कहा,“अपना हाथ बढ़ा!” उसने बढ़ाया और उसका हाथ फिर से ठीक हो गया।
और जो युगानुयुग जीवित है, जिसने आकाश और उसकी सब वस्तुएँ, पृथ्वी और उसकी सब वस्तुएँ तथा समुद्र और उसकी सब वस्तुएँ सृजी हैं, उसकी शपथ खाकर कहा कि अब और देर नहीं होगी।
उसके मुँह से एक तेज़ धारवाली तलवार निकल रही थी, कि वह उससे जाति-जाति पर प्रहार करे। वह लोहे के राजदंड से उन पर शासन करेगा, और वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर के भयंकर प्रकोप की मदिरा के रसकुंड में दाख रौंदेगा;
तब मैंने एक बड़ा श्वेत सिंहासन और उसे देखा जो उस पर विराजमान था; उसके सामने से पृथ्वी और आकाश भाग गए और उन्हें कोई स्थान नहीं मिला।
मैं तुरंत आत्मा में आ गया, और देखो, स्वर्ग में एक सिंहासन लगा हुआ था और उस सिंहासन पर कोई बैठा हुआ था;
उस सिंहासन में से बिजलियाँ, गर्जन और बादल की गड़गड़ाहट निकल रही थीं, और सिंहासन के सामने आग के सात दीपक जल रहे थे, जो परमेश्वर की सात आत्माएँ हैं।
जब-जब वे प्राणी उसे जो सिंहासन पर विराजमान और युगानुयुग जीवित है, महिमा, आदर और धन्यवाद देते,
तब जो सिंहासन पर विराजमान था, मैंने उसके दाहिने हाथ में एक पुस्तक देखी जिसके भीतर और बाहर लिखा हुआ था, और वह सात मुहरें लगाकर बंद की गई थी।
उन्होंने ऊँची आवाज़ से पुकारकर कहा, “हे स्वामी, तू जो पवित्र और सच्चा है, तू कब तक न्याय न करेगा और पृथ्वी पर रहनेवालों से हमारे लहू का बदला न लेगा?”
उन दिनों में लोग मृत्यु को ढूँढ़ेंगे परंतु वह उन्हें नहीं मिलेगी; वे मरना चाहेंगे परंतु मृत्यु उनसे दूर भागेगी।