प्रकाशितवाक्य 18:21 - नवीन हिंदी बाइबल तब एक शक्तिशाली स्वर्गदूत ने चक्की के पाट जैसा एक बड़ा पत्थर उठाया और उसे यह कहकर समुद्र में फेंक दिया, “महानगरी बेबीलोन को ऐसे ही बलपूर्वक फेंक दिया जाएगा, और फिर उसका कहीं पता भी नहीं चलेगा। पवित्र बाइबल फिर एक शक्तिशाली स्वर्गदूत ने चक्की के पाट जैसी एक बड़ी सी चट्टान उठाई और उसे सागर में फेंकते हुए कहा, “महानगरी! हे बाबुल महानगरी! ठीक ऐसे ही तू गिरा दी जायेगी तू फिर लुप्त हो जायेगी, और तू नहीं मिल पायेगी। Hindi Holy Bible फिर एक बलवन्त स्वर्गदूत ने बड़ी चक्की के पाट के समान एक पत्थर उठाया, और यह कह कर समुद्र में फेंक दिया, कि बड़ा नगर बाबुल ऐसे ही बड़े बल से गिराया जाएगा, और फिर कभी उसका पता न मिलेगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब एक बलवान स्वर्गदूत ने चक्की के बड़े पाट-जैसा एक पत्थर उठाया और यह कहते हुए समुद्र में फेंका, “महानगरी बेबीलोन इसी वेग से गिरा दी जायेगी और उसका फिर कभी पता नहीं चलेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर एक बलवन्त स्वर्गदूत ने बड़ी चक्की के पाट के समान एक पत्थर उठाया, और यह कहकर समुद्र में फेंक दिया, “बड़ा नगर बेबीलोन ऐसे ही बड़े बल से गिराया जाएगा, और फिर कभी उसका पता न चलेगा। सरल हिन्दी बाइबल इसके बाद एक बलवान स्वर्गदूत ने विशाल चक्की के पाट के समान पत्थर उठाकर समुद्र में प्रचंड वेग से फेंकते हुए कहा: “इसी प्रकार फेंक दिया जाएगा भव्य महानगर बाबेल भी, जिसका कभी कोई अवशेष तक न मिलेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर एक बलवन्त स्वर्गदूत ने बड़ी चक्की के पाट के समान एक पत्थर उठाया, और यह कहकर समुद्र में फेंक दिया, “बड़ा नगर बाबेल ऐसे ही बड़े बल से गिराया जाएगा, और फिर कभी उसका पता न मिलेगा। (यिर्म. 51:63,64, यहे. 26:21) |
फिर मैंने एक और शक्तिशाली स्वर्गदूत को स्वर्ग से नीचे उतरते हुए देखा। वह बादल से ढका हुआ था, और उसके सिर पर मेघ-धनुष था। उसका मुख सूर्य के समान था, और उसके पैर अग्नि-स्तंभ के समान थे।
वे उसकी पीड़ा से भयभीत होकर दूर ही खड़े रहेंगे और कहेंगे : हाय! हाय! हे महानगरी, हे शक्तिशाली नगरी बेबीलोन! घड़ी भर में ही तुझे दंड मिल गया।
वीणा बजानेवालों, संगीतकारों, बाँसुरी बजानेवालों और तुरही फूँकनेवालों का स्वर तुझमें फिर कभी सुनाई न देगा, और किसी कला का कोई शिल्पकार तुझमें फिर कभी न मिलेगा, और चक्की की आवाज़ तुझमें फिर कभी सुनाई नहीं देगी,
तब मैंने एक बड़ा श्वेत सिंहासन और उसे देखा जो उस पर विराजमान था; उसके सामने से पृथ्वी और आकाश भाग गए और उन्हें कोई स्थान नहीं मिला।
फिर मैंने एक शक्तिशाली स्वर्गदूत को ऊँची आवाज़ में यह पुकारते हुए देखा : “इस पुस्तक को खोलने और इसकी मुहरों को तोड़ने के योग्य कौन है?”