मैं तुमसे कहता हूँ, नहीं! बल्कि यदि तुम पश्चात्ताप न करो, तो तुम सब भी इसी प्रकार नाश होगे।
प्रकाशितवाक्य 16:9 - नवीन हिंदी बाइबल तब मनुष्य भयंकर गर्मी से झुलस गए, और उन्होंने इन विपत्तियों पर अधिकार रखनेवाले परमेश्वर के नाम की निंदा की, परंतु पश्चात्ताप नहीं किया कि उसे महिमा दें। पवित्र बाइबल और लोग भयानक गर्मी से झुलसने लगे। उन्होंने परमेश्वर के नाम को कोसा क्योंकि इन विनाशों पर उसी का नियन्त्रण है। किन्तु उन्होंने कोई मन न फिराया और न ही उसे महिमा प्रदान की। Hindi Holy Bible और मनुष्य बड़ी तपन से झुलस गए, और परमेश्वर के नाम की जिसे इन विपत्तियों पर अधिकार है, निन्दा की और उस की महिमा करने के लिये मन न फिराया॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मनुष्य प्रचण्ड ताप से जल गये। उन्होंने उन विपत्तियों पर अधिकार रखने वाले परमेश्वर के नाम की निन्दा की, लेकिन उन्होंने पश्चात्ताप नहीं किया और परमेश्वर की स्तुति करना नहीं चाहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मनुष्य बड़ी तपन से झुलस गए, और परमेश्वर के नाम की जिसे इन विपत्तियों पर अधिकार है, निन्दा की पर उसकी महिमा करने के लिये मन न फिराया। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये मनुष्य उस बहुत गर्म ताप से झुलस गए और वे परमेश्वर के नाम की, जिन्हें इन सब विपत्तियों पर अधिकार है, शाप देने लगे. उन्होंने पश्चाताप कर परमेश्वर की महिमा करने से इनकार किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मनुष्य बड़ी तपन से झुलस गए, और परमेश्वर के नाम की जिसे इन विपत्तियों पर अधिकार है, निन्दा की और उन्होंने न मन फिराया और न महिमा की। |
मैं तुमसे कहता हूँ, नहीं! बल्कि यदि तुम पश्चात्ताप न करो, तो तुम सब भी इसी प्रकार नाश होगे।
मैं तुमसे कहता हूँ, नहीं! बल्कि यदि तुम पश्चात्ताप न करो, तो तुम सब भी इसी प्रकार नाश होगे।”
मुझे डर है, कहीं ऐसा न हो कि जब मैं फिर से आऊँ तो मेरा परमेश्वर मुझे तुम्हारे सामने लज्जित करे, और मैं उन बहुतों के लिए शोक करूँ जिन्होंने पाप किया है और अपनी अशुद्धता, व्यभिचार और कामुकता के कार्यों से पश्चात्ताप नहीं किया।
उसी समय एक बड़ा भूकंप हुआ, और नगर का दसवाँ भाग गिर पड़ा। उस भूकंप में सात हज़ार लोग मारे गए, और बाकी लोगों ने भयभीत होकर स्वर्ग के परमेश्वर की महिमा की।
उसने ऊँची आवाज़ से कहा, “परमेश्वर का भय मानो और उसकी महिमा करो, क्योंकि उसके न्याय करने का समय आ पहुँचा है। उसकी आराधना करो जिसने आकाश, पृथ्वी, समुद्र और जल के सोतों को बनाया है।”
आकाश से लोगों के ऊपर मन-मन भर के बड़े ओले गिरे, और ओलों की उस विपत्ति के कारण लोगों ने परमेश्वर की निंदा की, क्योंकि यह विपत्ति अत्यंत भारी थी।
मैंने उसे पश्चात्ताप करने का समय दिया,परंतु वह अपने व्यभिचार से पश्चात्ताप करना नहीं चाहती।
बाकी बचे हुए लोगों ने, जो इन महामारियों से नहीं मरे थे, अपने हाथों के कार्यों से पश्चात्ताप नहीं किया कि वे दुष्टात्माओं की, और सोने, चाँदी, पीतल, पत्थर और लकड़ी की उन मूर्तियों की पूजा न करें, जो न देख सकती हैं, न सुन सकती हैं और न ही चल-फिर सकती हैं।