यदि किसी पुरुष के सौ बच्चे हों और वह बहुत वर्ष जीवित रहे और वह दीर्घायु हो, पर उसका प्राण अच्छी वस्तुओं से संतुष्ट न रहे और न उसे उचित रीति से दफ़नाया जाए, तो मैं कहता हूँ कि ऐसे मनुष्य से अच्छा तो मृत जन्मा हुआ बच्चा है।
प्रकाशितवाक्य 11:9 - नवीन हिंदी बाइबल साढ़े तीन दिन तक राष्ट्रों, कुलों, भाषाओं और जातियों के लोग उनके शवों को देखते रहेंगे, और वे उनके शवों को कब्र में रखने की अनुमति नहीं देंगे। पवित्र बाइबल सभी जातियों, उपजातियों, भाषाओं और देशों के लोग उनके शवों को साढ़े तीन दिन तक देखते रहेंगे तथा वे उनके शवों को कब्रों में नहीं रखने देंगे। Hindi Holy Bible और सब लोगों, और कुलों, और भाषाओं, और जातियों में से लोग उन की लोथें साढ़े तीन दिन तक देखते रहेंगे, और उन की लोथें कब्र में रखने ने देंगे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) साढ़े तीन दिनों तक हर प्रजाति, कुल, भाषा और राष्ट्र के लोग इनकी लाशें देखने आयेंगे और इन्हें कबर में रखने की अनुमति नहीं देंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सब लोगों और कुलों और भाषाओं और जातियों के लोग उनके शवों को साढ़े तीन दिन तक देखते रहेंगे, और उनके शवों को कब्र में रखने न देंगे। सरल हिन्दी बाइबल हर एक समुदाय, गोत्र, भाषा तथा राष्ट्र के लोग साढ़े तीन दिन तक उनके शवों को देखने के लिए आते रहेंगे और वे उन शवों को दफ़नाने की अनुमति न देंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और सब लोगों, कुलों, भाषाओं, और जातियों में से लोग उनके शवों को साढ़े तीन दिन तक देखते रहेंगे, और उनके शवों को कब्र में रखने न देंगे। |
यदि किसी पुरुष के सौ बच्चे हों और वह बहुत वर्ष जीवित रहे और वह दीर्घायु हो, पर उसका प्राण अच्छी वस्तुओं से संतुष्ट न रहे और न उसे उचित रीति से दफ़नाया जाए, तो मैं कहता हूँ कि ऐसे मनुष्य से अच्छा तो मृत जन्मा हुआ बच्चा है।
क्योंकि जिस प्रकार तुम दोष लगाते हो, उसी प्रकार तुम पर भी दोष लगाया जाएगा; और जिस नाप से तुम नापते हो, उसी से तुम्हारे लिए नापा जाएगा।
इसके बाद मुझसे कहा गया, “तुझे बहुत से राष्ट्रों, जातियों, भाषाओं और राजाओं के विषय में फिर से भविष्यवाणी करनी होगी।”
परंतु साढ़े तीन दिन के बाद परमेश्वर की ओर से उनमें जीवन के श्वास ने प्रवेश किया, और वे अपने पैरों पर खड़े हो गए; और जिन्होंने उन्हें देखा उन पर बड़ा भय छा गया।
उसे पवित्र लोगों के साथ युद्ध करने और उन पर विजय पाने का अधिकार दिया गया, और प्रत्येक कुल, राष्ट्र, भाषा और जाति पर भी उसे अधिकार दिया गया।
फिर उसने मुझसे कहा, “जो जल तूने देखे थे जिन पर वह वेश्या बैठी थी, वे राष्ट्र, भीड़, जातियाँ और भाषाएँ हैं।
जब उसने पुस्तक ले ली, तो वे चारों प्राणी और चौबीसों प्रवर उस मेमने के सामने गिर पड़े। उनमें से प्रत्येक के पास वीणा, और धूप अर्थात् पवित्र लोगों की प्रार्थनाओं से भरे सोने के कटोरे थे।
तब वे यह नया गीत गाने लगे : तू ही इस पुस्तक को लेने और इसकी मुहरों को खोलने के योग्य है, क्योंकि तूने वध होकर अपने लहू से परमेश्वर के लिए प्रत्येक कुल, भाषा, राष्ट्र और जाति में से लोगों को खरीद लिया,