मनुष्यों की संतानों में तू अति सुंदर है, तेरे होंठ अनुग्रह से परिपूर्ण हैं; इसलिए परमेश्वर ने तुझे सदा-सर्वदा के लिए आशिष दी है।
नीतिवचन 16:21 - नवीन हिंदी बाइबल जिसके हृदय में बुद्धि का वास होता है, वह समझदार कहलाता है; और जो मधुर वाणी बोलता है, वह ज्ञान बढ़ाता है। पवित्र बाइबल बुद्धिशील मन वाले समझदार कहलाते, और ज्ञान को मधुर शब्दों से बढ़ावा मिलता है। Hindi Holy Bible जिसके हृदय में बुद्धि है, वह समझ वाला कहलाता है, और मधुर वाणी के द्वारा ज्ञान बढ़ता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिसके मस्तिष्क में बुद्धि का निवास है, वह समझदार कहलाता है; मधुर वचन बोलने से मनुष्य अपनी विद्या में वृद्धि करता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जिसके हृदय में बुद्धि है, वह समझवाला कहलाता है, और मधुर वाणी के द्वारा ज्ञान बढ़ता है। सरल हिन्दी बाइबल कुशाग्रबुद्धि के व्यक्ति अनुभवी व्यक्ति के रूप में प्रख्यात हो जाते हैं, और मधुर बातों से अभिव्यक्ति ग्रहण योग्य हो जाती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जिसके हृदय में बुद्धि है, वह समझवाला कहलाता है, और मधुर वाणी के द्वारा ज्ञान बढ़ता है। |
मनुष्यों की संतानों में तू अति सुंदर है, तेरे होंठ अनुग्रह से परिपूर्ण हैं; इसलिए परमेश्वर ने तुझे सदा-सर्वदा के लिए आशिष दी है।
समझ रखनेवाले की बातों में बुद्धि पाई जाती है, परंतु निर्बुद्धि की पीठ के लिए छड़ी होती है।
जैसे मूर्ख के लिए दुष्टता करना हँसी खेल है, वैसे ही समझदार पुरुष के लिए बुद्धिमानी प्रसन्नता लाती है।
जो बुद्धिमान है, वह आज्ञाओं को मानता है, परंतु जो बकवादी और मूर्ख है, वह नष्ट हो जाएगा।
जैसे तेल और इत्र मन को आनंदित करते हैं, वैसे ही मित्र के हृदय से निकली मनोहर सम्मति भी मन को आनंदित करती है।
उपदेशक ने बड़ा यत्न करके मनोहर वचनों को प्राप्त किया और सीधाई से उन सत्य वचनों को लिख दिया।
उसी समय यीशु ने कहा,“हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु, मैं तेरी स्तुति करता हूँ, क्योंकि तूने इन बातों को बुद्धिमानों और समझदारों से छिपाया और बच्चों पर प्रकट किया है;
सब उसकी प्रशंसा करने लगे और उसके मुँह से निकले अनुग्रह के वचनों पर आश्चर्य करते हुए कहने लगे, “क्या यह यूसुफ का पुत्र नहीं?”
तुम्हारी आज्ञाकारिता का समाचार सब लोगों तक पहुँच गया है; इसलिए मैं तुम्हारे विषय में आनंदित हूँ, परंतु मैं चाहता हूँ कि तुम भलाई के प्रति बुद्धिमान और बुराई के प्रति भोले बने रहो।
परंतु जो ज्ञान ऊपर से आता है वह पहले पवित्र है, फिर शांतिप्रिय, विनम्र, विचारशील, दया और अच्छे फलों से भरा हुआ, पक्षपात-रहित और निष्कपट है;