उस मनुष्य का भला होता है क्योंकि वह कृपा करके उधार देता है, और न्यायपूर्वक अपने कार्य करता है।
नीतिवचन 14:21 - नवीन हिंदी बाइबल जो अपने पड़ोसी को तुच्छ जानता है, वह पाप करता है; परंतु जो दीन लोगों पर दया करता है, वह धन्य है। पवित्र बाइबल जो अपने पड़ोसी को तुच्छ मानता है वह पाप करता है किन्तु जो गरीबों पर दया करता है वह जन धन्य है। Hindi Holy Bible जो अपने पड़ोसी को तुच्छ जानता, वह पाप करता है, परन्तु जो दीन लोगों पर अनुग्रह करता, वह धन्य होता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो मनुष्य अपने पड़ोसी से घृणा करता है, वह पापी है; पर गरीबों पर दया करनेवाला व्यक्ति धन्य है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो अपने पड़ोसी को तुच्छ जानता, वह पाप करता है, परन्तु जो दीन लोगों पर अनुग्रह करता, वह धन्य होता है। सरल हिन्दी बाइबल वह, जो अपने पड़ोसी से घृणा करता है, पाप करता है, किंतु वह धन्य होता है, जो निर्धनों के प्रति उदार एवं कृपालु होता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो अपने पड़ोसी को तुच्छ जानता, वह पाप करता है, परन्तु जो दीन लोगों पर अनुग्रह करता, वह धन्य होता है। |
उस मनुष्य का भला होता है क्योंकि वह कृपा करके उधार देता है, और न्यायपूर्वक अपने कार्य करता है।
उसने उदारता से दरिद्रों को दान दिया; उसकी धार्मिकता सदा बनी रहती है। उसका सिर सम्मान से ऊँचा किया जाएगा।
क्योंकि उसने दुःखी के दुःख को न तो तुच्छ जाना और न उससे घृणा की, और न ही उससे अपना मुख छिपाया है; पर जब भी उसने उसे सहायता के लिए पुकारा, तब उसकी सुन ली।
जो कंगाल पर अंधेर करता है, वह उसके सृजनहार की निंदा करता है; परंतु जो दरिद्र पर दया करता है, वह परमेश्वर का आदर करता है।
जो निर्धन का उपहास करता है, वह उसके सृजनहार की निंदा करता है; और जो किसी की विपत्ति पर हँसता है, वह निश्चय दंड पाएगा।
जो कंगाल पर तरस खाता है, वह यहोवा को उधार देता है; और यहोवा उसे उसके भले कार्य का प्रतिफल देगा।
जो कंगाल को दान देता है उसे घटी नहीं होती, परंतु जो उससे दृष्टि फेर लेता है उस पर बहुत से शाप आ पड़ते हैं।
जो ब्याज और अनुचित लाभ के द्वारा अपना धन बढ़ाता है, वह उसके लिए जमा करता है जो कंगालों पर कृपा करता है।
तब यीशु ने उनसे भी, जो अपने आपको धर्मी मानते थे और दूसरों को तुच्छ समझते थे, यह दृष्टांत कहा :
मैंने तुम्हें सब बातों में दिखाया कि इसी प्रकार परिश्रम करके निर्बलों को संभालना, और प्रभु यीशु के उन वचनों को स्मरण रखना अवश्य है, जो उसने स्वयं कहे :‘लेने से देना धन्य है।’ ”
ताकि तुम आलसी न हो जाओ, बल्कि उनका अनुकरण करनेवाले बनो जो विश्वास और धैर्य के द्वारा प्रतिज्ञाओं के उत्तराधिकारी हैं।