उसने कहा, “किसने तुझे हमारे ऊपर शासक और न्यायी ठहराया है? जैसे तूने मिस्री को मार डाला, क्या वैसे मुझे भी मार डालना चाहता है?” तब मूसा डर गया और यह सोचने लगा, “निश्चय यह बात खुल गई है।”
निर्गमन 4:1 - नवीन हिंदी बाइबल तब मूसा ने उत्तर दिया, “पर देख, वे मेरा विश्वास नहीं करेंगे और न मेरी सुनेंगे, बल्कि यही कहेंगे, ‘यहोवा ने तुझे दर्शन नहीं दिया है।’ ” पवित्र बाइबल तब मूसा ने परमेश्वर से कहा, “किन्तु इस्राएल के लोग मुझ पर विश्वास नहीं करेंगे जब मैं उनसे कहूँगा कि तूने मुझे भेजा है। वे कहेंगे, ‘यहोवा ने तुमसे बातें नहीं कीं।’” Hindi Holy Bible तब मूसा ने उतर दिया, कि वे मेरी प्रतीति न करेंगे और न मेरी सुनेंगे, वरन कहेंगे, कि यहोवा ने तुझ को दर्शन नहीं दिया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मूसा ने उत्तर दिया, ‘पर देख, वे मुझ पर विश्वास नहीं करेंगे, वे मेरी बात नहीं सुनेंगे; क्योंकि वे कहेंगे, “प्रभु ने तुझे दर्शन नहीं दिया।” ’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब मूसा ने उत्तर दिया, “वे मेरा विश्वास नहीं करेंगे और न मेरी सुनेंगे, वरन् कहेंगे, ‘यहोवा ने तुझ को दर्शन नहीं दिया’।” सरल हिन्दी बाइबल यह सुन मोशेह ने पूछा, “क्या होगा जब वे मेरी बात का न विश्वास करें और न मानें, और कहें, ‘यह असंभव है कि याहवेह तुम पर प्रकट हुए हों?’ ” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब मूसा ने उत्तर दिया, “वे मुझ पर विश्वास न करेंगे और न मेरी सुनेंगे, वरन् कहेंगे, ‘यहोवा ने तुझको दर्शन नहीं दिया।’” |
उसने कहा, “किसने तुझे हमारे ऊपर शासक और न्यायी ठहराया है? जैसे तूने मिस्री को मार डाला, क्या वैसे मुझे भी मार डालना चाहता है?” तब मूसा डर गया और यह सोचने लगा, “निश्चय यह बात खुल गई है।”
फिर परमेश्वर ने मूसा से यह भी कहा, “तू इस्राएलियों से यह कहना : तुम्हारे पूर्वजों के परमेश्वर अर्थात् अब्राहम के परमेश्वर, इसहाक के परमेश्वर, और याकूब के परमेश्वर यहोवा ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है। सदा के लिए मेरा नाम यही रहेगा, और इसी नाम से पीढ़ी-पीढ़ी में मुझे स्मरण किया जाएगा।
“इसलिए अब जाकर इस्राएली धर्मवृद्धों को इकट्ठा करके उनसे कह, ‘तुम्हारे पूर्वजों अब्राहम, इसहाक, और याकूब के परमेश्वर, यहोवा ने मुझे दर्शन देकर यह कहा है कि मैंने तुम पर और मिस्र में तुम्हारे साथ जो होता है, उस पर भी ध्यान दिया है;
तब वे तेरी सुनेंगे, और तू इस्राएली धर्मवृद्धों के साथ मिस्र के राजा के पास जाकर उससे यह कहना, ‘इब्रियों के परमेश्वर यहोवा से हमारी भेंट हुई है; इसलिए अब हमें जंगल में तीन दिन की यात्रा पर जाने दे कि हम अपने परमेश्वर यहोवा के लिए बलिदान चढ़ाएँ।’
मूसा ने यहोवा से कहा, “हे मेरे प्रभु, मैं कभी बोलने में निपुण नहीं रहा, न तो पहले था, और न अब हूँ जब से तू अपने दास से बातें करने लगा है। मैं तो बोलने और बात करने में धीमा हूँ।”
हारून ने लोगों के सामने वे सब बातें दोहराईं जो यहोवा ने मूसा से कही थीं, और वे चिह्न भी दिखाए।
लोगों ने उनका विश्वास किया; और जब उन्होंने सुना कि यहोवा ने इस्राएलियों की सुधि ली है तथा उनके दुःखों पर दृष्टि की है, तो उन्होंने सिर झुकाकर दंडवत् किया।
परंतु मूसा ने यहोवा से कहा, “जब इस्राएलियों ने ही मेरी नहीं सुनी, तो फ़िरौन मेरी क्या सुनेगा क्योंकि मैं तो ठीक से बोल भी नहीं पाता?”
परंतु मूसा ने यहोवा को उत्तर दिया, “मैं तो ठीक से बोल भी नहीं पाता, फिर फ़िरौन कैसे मेरी सुनेगा?”
उसने सोचा कि अब उसके भाई समझ जाएँगे कि परमेश्वर उनका छुटकारा उसके हाथों से करेगा, परंतु उन्होंने न समझा।