इसलिए यदि ख़तनारहित व्यक्ति व्यवस्था के नियमों का पालन करता है, तो क्या उसका ख़तनारहित होना, ख़तना होने के समान नहीं माना जाएगा?
गलातियों 6:15 - नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि न तो ख़तने का कुछ महत्त्व है और न बिना ख़तने का, परंतु केवल नई सृष्टि का। पवित्र बाइबल क्योंकि न तो ख़तने का कोई महत्त्व है और न बिना ख़तने का। यदि महत्त्व है तो वह नयी सृष्टि का है। Hindi Holy Bible क्योंकि न खतना, और न खतनारिहत कुछ है, परन्तु नई सृष्टि। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किसी का खतना हुआ हो अथवा नहीं, इसका कोई महत्व नहीं। महत्व इस बात का है कि हम पूर्ण रूप से नयी सृष्टि बन जायें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि न खतना और न खतनारहित कुछ है, परन्तु नई सृष्टि। सरल हिन्दी बाइबल महत्व न तो ख़तना का है और न खतनाविहीनता का महत्व है; तो सिर्फ नई सृष्टि का. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि न खतना, और न खतनारहित कुछ है, परन्तु नई सृष्टि महत्त्वपूर्ण है। |
इसलिए यदि ख़तनारहित व्यक्ति व्यवस्था के नियमों का पालन करता है, तो क्या उसका ख़तनारहित होना, ख़तना होने के समान नहीं माना जाएगा?
क्योंकि यहूदी वह नहीं जो बाहरी रूप से यहूदी हो, और ख़तना वह नहीं जो बाहरी रूप से देह में हो;
अतः हम मृत्यु में बपतिस्मा के द्वारा उसके साथ गाड़े गए, ताकि जिस प्रकार पिता की महिमा के द्वारा मसीह मृतकों में से जिलाया गया, उसी प्रकार हम भी नए जीवन की चाल चलें।
अतः अब जो मसीह यीशु में हैं, उन पर दंड की आज्ञा नहीं; [वे शरीर के अनुसार नहीं बल्कि आत्मा के अनुसार चलते हैं।]
अतः यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टि है। पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, सब नई हो गई हैं।
मसीह यीशु में न तो ख़तने का कुछ महत्त्व है और न ही बिना ख़तने का, परंतु केवल उस विश्वास का जो प्रेम के द्वारा कार्य करता है।
क्योंकि हम उसकी रचना हैं और मसीह यीशु में उन भले कार्यों के लिए सृजे गए हैं, जिन्हें परमेश्वर ने पहले से ही तैयार किया कि हम उन्हें करें।
विधियों पर आधारित आज्ञाओं की व्यवस्था को मिटा दिया ताकि वह उन दोनों से अपने में एक नए मनुष्य की सृष्टि करे और शांति स्थापित करे,
और नए मनुष्यत्व को पहन लो जो परमेश्वर के अनुरूप सत्य की धार्मिकता और पवित्रता में सृजा गया है।
वास्तविक ख़तनावाले तो हम हैं, जो परमेश्वर के आत्मा में आराधना करते और मसीह यीशु पर गर्व करते हैं, और शरीर पर भरोसा नहीं रखते।
तब जो सिंहासन पर विराजमान था, उसने कहा, “देख, मैं सब कुछ नया कर देता हूँ।” उसने यह भी कहा, “लिख ले, क्योंकि ये वचन विश्वसनीय और सत्य हैं।”