फ़िरौन ने कहा, “यहोवा कौन है कि मैं उसकी बात मानकर इस्राएलियों को जाने दूँ? न तो मैं यहोवा को जानता हूँ, और न मैं इस्राएलियों को जाने दूँगा।”
गलातियों 4:8 - नवीन हिंदी बाइबल वास्तव में, जब तुम परमेश्वर को नहीं जानते थे तो उनके दास थे जो स्वभाव से ईश्वर हैं ही नहीं। पवित्र बाइबल पहले तुम लोग जब परमेश्वर को नहीं जानते थे तो तुम लोग देवताओं के दास थे। वे वास्तव में परमेश्वर नहीं थे। Hindi Holy Bible भला, तब तो तुम परमेश्वर को न जानकर उनके दास थे जो स्वभाव से परमेश्वर नहीं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप लोग पहले, जब आप को परमेश्वर का ज्ञान प्राप्त नहीं हुआ था, ऐसे देवताओं की दासता स्वीकार करते थे, जिनका वस्तुत: अस्तित्व नहीं है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पहले तो तुम परमेश्वर को न जानकर उनके दास थे जो स्वभाव से परमेश्वर नहीं, सरल हिन्दी बाइबल जब तुम परमेश्वर को नहीं जानते थे, उस समय तुम उनके दास थे, जो वास्तव में ईश्वर हैं ही नहीं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर पहले, तो तुम परमेश्वर को न जानकर उनके दास थे जो स्वभाव में देवता नहीं। (यशा. 37:19, यिर्म. 2:11) |
फ़िरौन ने कहा, “यहोवा कौन है कि मैं उसकी बात मानकर इस्राएलियों को जाने दूँ? न तो मैं यहोवा को जानता हूँ, और न मैं इस्राएलियों को जाने दूँगा।”
वे बरनाबास को ज़्यूस और पौलुस को हिर्मेस कहने लगे, क्योंकि पौलुस बात करने में प्रमुख था।
क्योंकि जब मैं घूमते-फिरते तुम्हारी पूजने की वस्तुओं को देख रहा था तो मुझे एक वेदी भी मिली, जिस पर लिखा था : ‘अनजाने ईश्वर के लिए।’ इसलिए जिसे तुम न जानते हुए पूजते हो, मैं उसी के विषय में तुम्हें बताता हूँ।
और अविनाशी परमेश्वर की महिमा को उन्होंने नश्वर मनुष्य और पक्षियों और चौपायों और रेंगनेवाले जंतुओं की मूरत की समानता में बदल दिया।
जब उन्होंने परमेश्वर को पहचानना न चाहा, तब परमेश्वर ने उन्हें उनके भ्रष्ट मन के वश में छोड़ दिया कि वे अनुचित कार्य करें।
क्योंकि परमेश्वर के ज्ञान में जब यह संसार अपने ज्ञान से परमेश्वर को न जान सका, तो परमेश्वर को यह अच्छा लगा कि इस प्रचार की मूर्खता के द्वारा विश्वास करनेवालों का उद्धार करे।
तुम जानते हो कि जब तुम अविश्वासी थे, तब गूँगी मूर्तियों के पीछे तुम्हें जैसे चलाया जाता था, तुम चल पड़ते थे।
अतः मूर्तियों को चढ़ाई हुई वस्तुओं को खाने के विषय में हम जानते हैं कि संसार में मूर्ति का कोई अस्तित्व नहीं, और एक को छोड़ कोई परमेश्वर नहीं।
उनकी समझ अंधकारमय हो गई है और उस अज्ञानता के कारण जो उनमें है और अपने मन की कठोरता के कारण वे परमेश्वर के जीवन से दूर हो गए हैं।
वे स्वयं ही हमारे विषय में बताते हैं कि तुम्हारे बीच हमारा कैसा स्वागत हुआ, और कैसे तुम मूर्तियों से परमेश्वर की ओर फिरे कि जीवित और सच्चे परमेश्वर की सेवा करो,
और उन्हें दंड देगा जो परमेश्वर को नहीं जानते और हमारे प्रभु यीशु मसीह के सुसमाचार को नहीं मानते।
क्योंकि तुमने पहले ही बहुत समय गैरयहूदियों की इच्छा के अनुसार काम करने, कामुकता, लालसाओं, मतवालेपन, रंगरेलियों, पियक्कड़पन और घृणित मूर्तिपूजा में पड़कर गँवा दिया है।
देखो, पिता ने हमसे कैसा प्रेम किया है कि हम परमेश्वर की संतान कहलाएँ, और हम हैं भी। इस कारण संसार हमें नहीं जानता क्योंकि संसार ने उसे भी नहीं जाना।