फिर उन्होंने अपने शिष्यों को हेरोदियों के साथ उसके पास यह कहने को भेजा, “हे गुरु, हम जानते हैं कि तू सच्चा है और परमेश्वर का मार्ग सच्चाई से सिखाता है, और तू किसी की भी परवाह नहीं करता, क्योंकि तू किसी का पक्षपात नहीं करता।
गलातियों 2:6 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु जो प्रतिष्ठित समझे जाते थे (वे जो भी थे, मेरे लिए इसका कोई महत्त्व नहीं, परमेश्वर किसी का पक्षपात नहीं करता), उन्होंने मुझे और कोई निर्देश नहीं दिया। पवित्र बाइबल किन्तु जाने माने प्रतिष्ठित लोगों से मुझे कुछ नहीं मिला। (वे कैसे भी थे, मुझे इससे कोई अंतर नहीं पड़ता। बिना किसी भेदभाव के सभी मनुष्य परमेश्वर के सामने एक जैसे हैं।) उन सम्मानित लोगों से मुझे या मेरे सुसमाचार को कोई लाभ नहीं हुआ। Hindi Holy Bible फिर जो लोग कुछ समझे जाते थे (वे चाहे कैसे ही थे, मुझे इस से कुछ काम नहीं, परमेश्वर किसी का पक्षपात नहीं करता) उन से जो कुछ भी समझे जाते थे, मुझे कुछ भी नहीं प्राप्त हुआ। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु जो व्यक्ति प्रतिष्ठित माने जाते थे-वे पहले कैसे थे, इससे मेरे विचार में कोई अन्तर नहीं पड़ता, क्योंकि परमेश्वर मुंह-देखा न्याय नहीं करता-इन प्रतिष्ठित व्यक्तियों से मुझे कोई नई बात प्राप्त नहीं हुई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर जो लोग कुछ समझे जाते थे (वे चाहे कैसे भी थे मुझे इस से कुछ काम नहीं; परमेश्वर किसी का पक्षपात नहीं करता) – उनसे जो कुछ समझे जाते थे, मुझे कुछ भी नहीं प्राप्त हुआ। सरल हिन्दी बाइबल इसका मेरे लिए कोई महत्व नहीं कि वे, जो नामी थे, पहले क्या थे; परमेश्वर भेद-भाव करनेवाला नहीं हैं, मेरे संदेश में उन नामी व्यक्तियों का कोई योगदान नहीं था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर जो लोग कुछ समझे जाते थे वे चाहे कैसे भी थे, मुझे इससे कुछ काम नहीं, परमेश्वर किसी का पक्षपात नहीं करता उनसे मुझे कुछ भी नहीं प्राप्त हुआ। (2 कुरि. 11:5, व्यव. 10:17) |
फिर उन्होंने अपने शिष्यों को हेरोदियों के साथ उसके पास यह कहने को भेजा, “हे गुरु, हम जानते हैं कि तू सच्चा है और परमेश्वर का मार्ग सच्चाई से सिखाता है, और तू किसी की भी परवाह नहीं करता, क्योंकि तू किसी का पक्षपात नहीं करता।
उन्होंने उसके पास आकर कहा, “हे गुरु, हम जानते हैं कि तू सच्चा है और तू किसी की भी परवाह नहीं करता; क्योंकि तू किसी का पक्षपात नहीं करता, बल्कि परमेश्वर का मार्ग सच्चाई से सिखाता है। कैसर को कर देना उचित है या नहीं? हम दें या न दें?”
उन्होंने उससे पूछा, “हे गुरु, हम जानते हैं कि तू ठीक कहता और सिखाता है, और पक्षपात नहीं करता, बल्कि परमेश्वर का मार्ग सच्चाई से सिखाता है।
तब पतरस ने अपना मुँह खोला और कहा, “अब मैं सचमुच समझ गया हूँ कि परमेश्वर किसी का पक्षपात नहीं करता,
क्योंकि कुछ समय पहले थियूदास स्वयं कुछ होने का दावा करते हुए उठ खड़ा हुआ, और लगभग चार सौ पुरुष उसके साथ हो लिए थे; परंतु वह मारा गया, और जितने उसके अनुयायी थे वे सब तितर-बितर हो गए और मिट गए।
मैं मूर्ख बन गया हूँ, तुमने ही मुझे इसके लिए विवश किया है; वास्तव में तुम्हें तो मेरी प्रशंसा करनी चाहिए थी। यद्यपि मैं कुछ भी नहीं हूँ, फिर भी उन महाप्रेरितों से किसी भी प्रकार से कम नहीं हूँ।
इसलिए अब से हम किसी को शरीर के अनुसार नहीं समझेंगे। यद्यपि हमने मसीह को शरीर के अनुसार ही जाना था, फिर भी अब हम उसे वैसे नहीं जानते।
मैं ईश्वरीय प्रकाशन के कारण वहाँ गया था; और जो सुसमाचार मैं गैरयहूदियों के बीच प्रचार करता हूँ, वही मैंने उनके सामने प्रस्तुत किया, परंतु एकांत में केवल प्रतिष्ठित लोगों के सामने ही, ताकि ऐसा न हो कि मेरी इस समय की या पिछली दौड़-धूप व्यर्थ ठहरे।
क्योंकि यदि कोई व्यक्ति कुछ न होने पर भी अपने को कुछ समझता है तो वह अपने आपको धोखा देता है।
अपने अगुवों की आज्ञा मानो और उनके अधीन रहो; वे तो यह जानकर कि उन्हें लेखा देना है, तुम्हारे प्राणों की चौकसी करते हैं, इसलिए उन्हें यह कार्य आनंद से करने दो न कि आहें भरते हुए, क्योंकि इस दशा में तुम्हें कोई लाभ नहीं होगा।
अपने अगुवों को स्मरण रखो, जिन्होंने तुम्हें परमेश्वर का वचन सुनाया था, और उनके आचरण के परिणाम को देखकर उनके विश्वास का अनुकरण करो।
यदि तुम “हे पिता” कहकर उससे प्रार्थना करते हो, जो बिना पक्षपात प्रत्येक का न्याय उसके कार्य के अनुसार करता है, तो तुम पृथ्वी पर अपने रहने का समय भय सहित बिताओ।