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गलातियों 1:10 - नवीन हिंदी बाइबल

अब क्या मैं मनुष्यों की कृपा पाने का प्रयास कर रहा हूँ या परमेश्‍वर की? या फिर, क्या मैं मनुष्यों को प्रसन्‍न करना चाहता हूँ? यदि मैं अब तक मनुष्यों को प्रसन्‍न करता रहता तो मसीह का दास न होता।

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पवित्र बाइबल

क्या इससे तुम्हें ऐसा लगता है कि मैं मनुष्यों का समर्थन चाहता हूँ? या यह कि मुझे परमेश्वर का समर्थन मिले? अथवा क्या मैं मनुष्यों को प्रसन्न करने का जतन कर रहा हूँ? यदि मैं मनुष्यों को प्रसन्न करता तो मैं मसीह के सेवक का सा नहीं होता।

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Hindi Holy Bible

यदि मैं अब तक मनुष्यों को ही प्रसन्न करता रहता, तो मसीह का दास न होता॥

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

मैं अब किसका कृपापात्र बनने की कोशिश कर रहा हूँ—मनुष्‍यों का अथवा परमेश्‍वर का? क्‍या मैं मनुष्‍यों को प्रसन्न करना चाहता हूँ? यदि मैं अब तक मनुष्‍यों को प्रसन्न करना चाहता, तो मैं मसीह का सेवक नहीं होता।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

अब मैं क्या मनुष्यों को मनाता हूँ या परमेश्‍वर को? क्या मैं मनुष्यों को प्रसन्न करना चाहता हूँ? यदि मैं अब तक मनुष्यों को ही प्रसन्न करता रहता तो मसीह का दास न होता।

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सरल हिन्दी बाइबल

किसका कृपापात्र बनने की कोशिश कर रहा हूं मैं—मनुष्यों का या परमेश्वर का? क्या मैं मनुष्यों को प्रसन्‍न करने के लिए प्रयास कर रहा हूं? यदि मैं अब तक मनुष्यों को ही प्रसन्‍न कर रहा होता तो मसीह का दास न होता.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

अब मैं क्या मनुष्यों को मनाता हूँ या परमेश्वर को? क्या मैं मनुष्यों को प्रसन्न करना चाहता हूँ? यदि मैं अब तक मनुष्यों को ही प्रसन्न करता रहता, तो मसीह का दास न होता।

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गलातियों 1:10
20 क्रॉस रेफरेंस  

फिर उन्होंने अपने शिष्यों को हेरोदियों के साथ उसके पास यह कहने को भेजा, “हे गुरु, हम जानते हैं कि तू सच्‍चा है और परमेश्‍वर का मार्ग सच्‍चाई से सिखाता है, और तू किसी की भी परवाह नहीं करता, क्योंकि तू किसी का पक्षपात नहीं करता।


और यदि यह बात राज्यपाल तक पहुँचेगी, तो हम उसे समझाकर तुम्हें संकट से बचा लेंगे।”


“कोई भी दो स्वामियों की सेवा नहीं कर सकता; क्योंकि वह या तो एक से घृणा करेगा और दूसरे से प्रेम रखेगा, या एक से मिला रहेगा और दूसरे को तुच्छ जानेगा; तुम परमेश्‍वर और धन दोनों की सेवा नहीं कर सकते।


हेरोदेस सूर और सैदा के लोगों से अत्यंत क्रोधित था; इसलिए वे एकचित्त होकर उसके पास आए, और राजभवन के प्रबंधक बलास्तुस को मनाकर मेल-मिलाप की विनती की, क्योंकि उनके देश का पालन-पोषण राजा के देश से होता था।


तब पतरस और प्रेरितों ने उत्तर दिया, “मनुष्यों की अपेक्षा परमेश्‍वर की आज्ञा मानना आवश्यक है।


पौलुस की ओर से, जो मसीह यीशु का दास है और प्रेरित होने के लिए बुलाया गया, और परमेश्‍वर के उस सुसमाचार के लिए अलग किया गया है,


परंतु यहूदी वही है जो मन से यहूदी है, और ख़तना वही है जो आत्मा के द्वारा हृदय का है न कि लेख का। ऐसे व्यक्‍ति की प्रशंसा मनुष्यों की ओर से नहीं बल्कि परमेश्‍वर की ओर से होती है।


परंतु जो स्वार्थी हैं और सत्य को नहीं मानते बल्कि अधर्म पर चलते हैं, उन पर प्रकोप और क्रोध पड़ेगा।


ठीक वैसे ही जैसे मैं भी सब बातों में सब मनुष्यों को प्रसन्‍न रखता हूँ, और अपना नहीं बल्कि बहुतों का लाभ ढूँढ़ता हूँ कि वे उद्धार पाएँ।


क्या तुम अब तक यही सोच रहे हो कि हम तुम्हारे सामने अपना बचाव कर रहे हैं? हम परमेश्‍वर को उपस्थित जानकर मसीह में बोलते हैं; और हे प्रियो, यह सब तुम्हारी ही उन्‍नति के लिए है।


मनुष्यों को प्रसन्‍न करनेवालों के समान दिखावे के लिए सेवा न करो बल्कि मसीह के दासों के समान मन से परमेश्‍वर की इच्छा पर चलो,


मसीह यीशु के दास पौलुस और तीमुथियुस की ओर से फिलिप्पी में रहनेवाले अध्यक्षों और सेवकों सहित सब पवित्र लोगों के नाम जो मसीह यीशु में हैं।


हे दासो, सब बातों में अपने शारीरिक स्वामियों की आज्ञा मानो, लोगों को प्रसन्‍न करनेवालों के समान दिखावे के लिए नहीं, बल्कि प्रभु का भय मानते हुए मन की सीधाई से।


बल्कि जैसे परमेश्‍वर ने हमें सुसमाचार का कार्य सौंपने के योग्य समझा, हम वैसी ही बात करते हैं—मनुष्यों को प्रसन्‍न करने के लिए नहीं बल्कि परमेश्‍वर को प्रसन्‍न करने के लिए, जो हमारे मनों को जाँचता है।


हे व्यभिचारिणियो, क्या तुम नहीं जानतीं कि संसार से मित्रता का अर्थ परमेश्‍वर से शत्रुता रखना है? इसलिए यदि कोई संसार का मित्र बनना चाहता है, तो वह स्वयं को परमेश्‍वर का शत्रु बनाता है।


प्रत्येक जो परमेश्‍वर से उत्पन्‍न‍ हुआ है वह पाप नहीं करता, क्योंकि परमेश्‍वर का बीज उसमें बना रहता है; और वह पाप में नहीं चल सकता, क्योंकि वह परमेश्‍वर से उत्पन्‍न‍ हुआ है।