ताकि तुम एक मन होकर एक स्वर में परमेश्वर और हमारे प्रभु यीशु मसीह के पिता की महिमा करो।
कुलुस्सियों 1:3 - नवीन हिंदी बाइबल जब हम तुम्हारे लिए प्रार्थना करते हैं तो परमेश्वर अर्थात् अपने प्रभु यीशु मसीह के पिता का सदैव धन्यवाद करते हैं; पवित्र बाइबल जब हम तुम्हारे लिये प्रार्थना करते हैं, सदा ही अपने प्रभु यीशु मसीह के परम पिता परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं। Hindi Holy Bible हम तुम्हारे लिये नित प्रार्थना करके अपने प्रभु यीशु मसीह के पिता अर्थात परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हम ने येशु मसीह में आप लोगों के विश्वास और सभी सन्तों के प्रति आपके प्रेम के विषय में सुना है। इसलिए हम आप लोगों के लिए प्रार्थना करते समय परमेश्वर को- अपने प्रभु येशु मसीह के पिता को- निरन्तर धन्यवाद देते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हम तुम्हारे लिये नित्य प्रार्थना करके अपने प्रभु यीशु मसीह के पिता अर्थात् परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं, सरल हिन्दी बाइबल तुम्हारे लिए प्रार्थना करते समय हम हमारे प्रभु येशु मसीह के पिता परमेश्वर के सामने हमेशा अपना आभार प्रकट करते हैं, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हम तुम्हारे लिये नित प्रार्थना करके अपने प्रभु यीशु मसीह के पिता अर्थात् परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं। |
ताकि तुम एक मन होकर एक स्वर में परमेश्वर और हमारे प्रभु यीशु मसीह के पिता की महिमा करो।
मैं तुम्हारे विषय में अपने परमेश्वर का सदा धन्यवाद करता हूँ क्योंकि मसीह यीशु में तुम पर परमेश्वर का यह अनुग्रह हुआ,
धन्य है परमेश्वर और हमारे प्रभु यीशु मसीह का पिता, जो दयालु पिता और समस्त शांति का परमेश्वर है।
इस कारण मैं भी प्रभु यीशु में तुम्हारे विश्वास और सब पवित्र लोगों के प्रति तुम्हारे प्रेम के विषय में सुनकर
हर समय, प्रत्येक विनती और निवेदन सहित आत्मा में प्रार्थना करते रहो; और इसी लिए जागते रहकर पूरे धीरज के साथ सब पवित्र लोगों के लिए विनती किया करो,
किसी भी बात की चिंता मत करो, बल्कि प्रत्येक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और विनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सामने प्रस्तुत किए जाएँ।
इस कारण जिस दिन से हमने यह सुना, हम भी तुम्हारे लिए प्रार्थना और विनती करना नहीं छोड़ते कि तुम सारी आत्मिक बुद्धि और समझ में परमेश्वर की इच्छा की पहचान से परिपूर्ण हो जाओ,
हम अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण करते हुए तुम सब के लिए परमेश्वर का सदैव धन्यवाद करते हैं,
मैं अपनी प्रार्थनाओं में रात और दिन निरंतर तुझे स्मरण करते हुए परमेश्वर का धन्यवाद करता हूँ, जिसकी सेवा मैं अपने पूर्वजों की रीति पर शुद्ध विवेक से करता हूँ।