तब कनान के पिता हाम ने अपने पिता का नंगापन देखा, और बाहर आकर अपने दोनों भाइयों को बताया।
उत्पत्ति 9:23 - नवीन हिंदी बाइबल पर शेम और येपेत ने वस्त्र लिया और दोनों ने उसे अपने कंधों पर डालकर उलटा चलते हुए अपने पिता की नग्नता को ढाँप दिया। उनके मुख पीछे की ओर फिरे हुए थे इसलिए उन्होंने अपने पिता की नग्नता को नहीं देखा। पवित्र बाइबल तब शेम और येपेत ने एक कपड़ा लिया। वे कपड़े को पीठ पर डाल कर तम्बू में ले गए। वे उल्टे मुँह तम्बू में गए। इस तरह उन्होंने अपने पिता को नंगा नहीं देखा। Hindi Holy Bible तब शेम और येपेत दोनों ने कपड़ा ले कर अपने कन्धों पर रखा, और पीछे की ओर उलटा चलकर अपने पिता के नंगे तन को ढांप दिया, और वे अपना मुख पीछे किए हुए थे इसलिये उन्होंने अपने पिता को नंगा न देखा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शेम और याफत ने एक चादर ली। वे उसे अपने कन्धों पर डालकर उल्टे पग चलकर भीतर गए और उन्होंने अपने पिता की नग्नता को ढांप दिया। वे अपना मुंह पीछे किए हुए थे। उन्होंने अपने पिता की नग्नता न देखी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब शेम और येपेत दोनों ने कपड़ा लेकर अपने कन्धों पर रखा, और पीछे की ओर उलटा चलकर अपने पिता के नंगे तन को ढाँप दिया, और वे अपना मुख पीछे किए हुए थे इसलिये उन्होंने अपने पिता को नंगा न देखा। सरल हिन्दी बाइबल शेम तथा याफेत ने एक वस्त्र लिया, और दोनों ने उल्टे पांव चलते हुए अपने पिता के नंगे देह को ढक दिया. इस समय उनके मुख विपरीत दिशा में थे, इसलिये उन्होंने अपने पिता के नंगेपन को न देखा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब शेम और येपेत दोनों ने कपड़ा लेकर अपने कंधों पर रखा और पीछे की ओर उलटा चलकर अपने पिता के नंगे तन को ढाँप दिया और वे अपना मुख पीछे किए हुए थे इसलिए उन्होंने अपने पिता को नंगा न देखा। |
तब कनान के पिता हाम ने अपने पिता का नंगापन देखा, और बाहर आकर अपने दोनों भाइयों को बताया।
“तू अपने पिता और अपनी माता का आदर करना, जिससे जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उसमें तू बहुत दिनों तक जीवित रहे।
“पके बालवालों के सामने आदर से खड़े होना, और वृद्ध व्यक्ति का आदरमान करना, तथा अपने परमेश्वर का भय मानना। मैं यहोवा हूँ।
जिसका तुम्हें कुछ चुकाना है उसे चुकाओ : जिसे कर चुकाना है उसे कर चुकाओ, जिसे चुंगी देनी है उसे चुंगी दो, जिससे डरना है उससे डरो, जिसका आदर करना है उसका आदर करो।
हे भाइयो, यदि कोई मनुष्य किसी अपराध में पकड़ा भी जाए, तो तुम जो आत्मिक हो नम्रतापूर्वक उसे सुधारो, परंतु स्वयं चौकस रहो कि कहीं तुम भी परीक्षा में न पड़ जाओ।
जो प्रवर अच्छा नेतृत्व करते हैं, वे दुगुने आदर के योग्य समझे जाएँ, विशेषकर वे जो वचन के प्रचार और शिक्षा के कार्य में परिश्रम करते हैं।
सब से बढ़कर, एक दूसरे के प्रति गहरा प्रेम रखो, क्योंकि प्रेम बहुत से पापों को ढाँप देता है।