याकूब के घराने का विवरण यह है : जब यूसुफ सत्रह वर्ष का था तो वह अपने भाइयों के साथ भेड़-बकरियाँ चराता था। वह जवान था और अपने पिता की पत्नी बिल्हा और जिल्पा के पुत्रों के संग रहा करता था, तथा उनकी बुराइयों की सूचना अपने पिता को दिया करता था।
उत्पत्ति 45:6 - नवीन हिंदी बाइबल पिछले दो वर्षों से इस देश में अकाल है, और अभी ऐसे पाँच वर्ष और होंगे जिनमें न तो हल चलेगा और न ही फसल काटी जाएगी। पवित्र बाइबल यह भयंकर भूखमरी का समय दो वर्ष ही अभी बीता है और अभी पाँच वर्ष बिना पौधे रोपने या उपज के आएँगे। Hindi Holy Bible क्योंकि अब दो वर्ष से इस देश में अकाल है; और अब पांच वर्ष और ऐसे ही होंगे, कि उन में न तो हल चलेगा और न अन्न काटा जाएगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पिछले दो वर्ष से इस देश में अकाल पड़ रहा है। अभी पाँच वर्ष और शेष हैं। उस अवधि में न हल चलेगा और न फसल काटी जाएगी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि अब दो वर्ष से इस देश में अकाल है; और अब पाँच वर्ष और ऐसे ही होंगे कि उनमें न तो हल चलेगा और न अन्न काटा जाएगा। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि दो वर्ष से संपूर्ण देश में अकाल व्याप्त है तथा यह पांच वर्ष और भी व्याप्त रहेगा. तब इन वर्षों में न तो हल चलाए जा सकेंगे और न ही किसी प्रकार की कटनी संभव हो सकेगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि अब दो वर्ष से इस देश में अकाल है; और अब पाँच वर्ष और ऐसे ही होंगे कि उनमें न तो हल चलेगा और न अन्न काटा जाएगा। (प्रेरि. 7:15) |
याकूब के घराने का विवरण यह है : जब यूसुफ सत्रह वर्ष का था तो वह अपने भाइयों के साथ भेड़-बकरियाँ चराता था। वह जवान था और अपने पिता की पत्नी बिल्हा और जिल्पा के पुत्रों के संग रहा करता था, तथा उनकी बुराइयों की सूचना अपने पिता को दिया करता था।
वे इन आने वाले अच्छे वर्षों में सब प्रकार की भोजन-सामग्री इकट्ठा करें, और सब नगरों में भोजन के लिए अन्न को एकत्र करके फ़िरौन के अधिकार में रखें, तथा उनकी रक्षा करें।
जब यूसुफ सेवा करने के लिए मिस्र के राजा फ़िरौन के सामने खड़ा हुआ, तो वह तीस वर्ष का था; और यूसुफ फ़िरौन की उपस्थिति से निकला तथा सारे मिस्र देश का दौरा करने लगा।
और जैसा यूसुफ ने कहा था, अकाल के सात वर्ष आरंभ हो गए। सब देशों में अकाल पड़ने लगा, परंतु सारे मिस्र देश में अनाज था।
जब अकाल सारी पृथ्वी पर फैल गया, तो यूसुफ सब भंडारों को खोलकर मिस्रियों को अनाज बेचने लगा, क्योंकि मिस्र देश में भी भयंकर अकाल था।
जब वह वर्ष बीत गया तो अगले वर्ष उन्होंने उसके पास आकर कहा, “हम अपने स्वामी से यह बात नहीं छिपाएँगे कि हमारा रुपया समाप्त हो गया है, और हमारे सारे पशु हमारे स्वामी के हो गए हैं। अब हमारे स्वामी के सामने हमारे शरीर और हमारी भूमि को छोड़ और कुछ नहीं बचा।
तब यूसुफ ने प्रजा से कहा, “सुनो, मैंने आज तुम्हें और तुम्हारी भूमि को फ़िरौन के लिए खरीद लिया है। देखो, यहाँ तुम्हारे लिए बीज है, तुम इसे भूमि में बो सकते हो।
“छः दिन तू परिश्रम करना, परंतु सातवें दिन विश्राम करना; बल्कि हल जोतने और कटनी के समय भी विश्राम करना।