तीसरे दिन, जब वे दर्द में थे तो ऐसा हुआ कि शिमोन और लेवी नामक याकूब के दो पुत्र, जो दीना के भाई थे, अपनी-अपनी तलवार लेकर चुपचाप उस नगर में घुस गए, और उन्होंने सब पुरुषों को मार डाला।
उत्पत्ति 42:24 - नवीन हिंदी बाइबल तब वह उनके पास से हटकर रोने लगा। फिर वह उनके पास लौटा और उनसे बातचीत करके शिमोन को उनसे अलग किया तथा उनके सामने उसे बंदी बना लिया। पवित्र बाइबल उनकी बातों से यूसुफ बहुत दुःखी हुआ। इसलिए यूसुफ उनसे अलग हट गया और रो पड़ा। थोड़ी देर में यूसुफ उनके पास लौटा। उसने भाईयों में से शिमोन को पकड़ा और उसे बाँधा जब कि अन्य भाई देखते रहे। Hindi Holy Bible तब वह उनके पास से हटकर रोने लगा; फिर उनके पास लौटकर और उन से बातचीत करके उन में से शिमोन को छांट निकाला और उसके साम्हने बन्धुआ रखा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यूसुफ उनके पास से हटकर रोने लगा। वह पुन: उनके पास लौटा और उनसे बातचीत की। यूसुफ ने उनमें से शिमोन को लेकर उनकी आंखों के सम्मुख उसे बन्दी बना लिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब वह उनके पास से हटकर रोने लगा; फिर उनके पास लौटकर और उनसे बातचीत करके उनमें से शिमोन को छाँट निकाला और उनके सामने उसे बन्दी बना लिया। सरल हिन्दी बाइबल योसेफ़ उनके सामने से अलग जाकर रोने लगे; फिर वापस आकर उन्होंने उन्हीं के सामने शिमओन को पकड़ा और बांध दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब वह उनके पास से हटकर रोने लगा; फिर उनके पास लौटकर और उनसे बातचीत करके उनमें से शिमोन को छाँट निकाला और उनके सामने उसे बन्दी बना लिया। |
तीसरे दिन, जब वे दर्द में थे तो ऐसा हुआ कि शिमोन और लेवी नामक याकूब के दो पुत्र, जो दीना के भाई थे, अपनी-अपनी तलवार लेकर चुपचाप उस नगर में घुस गए, और उन्होंने सब पुरुषों को मार डाला।
क्योंकि उनके बीच एक दुभाषिए के द्वारा बात होती थी, इसलिए वे नहीं जानते थे कि यूसुफ उनकी बातें समझ रहा था।
सर्वशक्तिमान ईश्वर तुम्हें उस पुरुष की दृष्टि में कृपा का पात्र बनाए, और वह तुम्हारे दूसरे भाई और बिन्यामीन को भी छोड़ दे; और यदि मैं संतानहीन होता हूँ तो हो जाऊँ।”
उसने कहा, “तुम शांति से रहो, और डरो मत! तुम्हारे परमेश्वर और तुम्हारे पिता के परमेश्वर ने तुम्हारे बोरों में तुम्हारे लिए धन रखा होगा। मुझे तो तुम्हारा रुपया मिल गया था।” तब वह शिमोन को बंदीगृह से निकालकर उनके पास ले आया।
अपने भाई को देखकर यूसुफ का मन स्नेह से भर गया और वह यह सोचने लगा कि कहाँ जाकर रोए। वह तुरंत अपनी कोठरी में गया, और वहाँ रो पड़ा।
तब यूसुफ उन सब के सामने जो उसके निकट खड़े थे, स्वयं को रोक न सका, और पुकारकर कहा, “मेरे पास से सब लोगों को बाहर कर दो।” अतः जब उसने स्वयं को अपने भाइयों के सामने प्रकट किया तो उसके निकट कोई नहीं था।
तब वह इतनी ज़ोर-ज़ोर से रोया कि मिस्रियों ने सुन लिया, और फ़िरौन के घर के लोगों ने भी इसके बारे में सुना।
इसलिए यदि एक अंग दुःख उठाता है तो उसके साथ सब अंग दुःख उठाते हैं; यदि एक अंग का सम्मान होता है तो उसके साथ सब अंग आनंद मनाते हैं।
क्योंकि हमारा महायाजक ऐसा नहीं है जो हमारी निर्बलताओं में हमसे सहानुभूति न रख सके। वह सब बातों में हमारे समान परखा तो गया, फिर भी निष्पाप निकला।