उत्पत्ति 27:34 - नवीन हिंदी बाइबल जब एसाव ने अपने पिता की बातें सुनीं तो उसने बहुत ऊँची और दु:ख भरी आवाज़ से चिल्लाकर अपने पिता से कहा, “हे मेरे पिता, मुझे भी आशीर्वाद दे।” पवित्र बाइबल एसाव ने अपने पिता की बात सुनी। उसका मन बहुत गुस्से और कड़वाहट से भर गया। वह चीखा। वह अपने पिता से बोला, “पिताजी, तब मुझे भी आशीर्वाद दें।” Hindi Holy Bible अपने पिता की यह बात सुनते ही ऐसाव ने अत्यन्त ऊंचे और दु:ख भरे स्वर से चिल्लाकर अपने पिता से कहा, हे मेरे पिता, मुझ को भी आशीर्वाद दे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब एसाव ने अपने पिता इसहाक की ये बातें सुनीं, तब उसने अत्यन्त ऊंची और दु:खपूर्ण आवाज में अपने पिता से कहा, ‘पिताजी, मुझे भी आशीर्वाद दीजिए।’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अपने पिता की यह बात सुनते ही एसाव ने अत्यन्त ऊँचे और दु:ख भरे स्वर से चिल्लाकर अपने पिता से कहा, “हे मेरे पिता, मुझको भी आशीर्वाद दे!” सरल हिन्दी बाइबल अपने पिता की ये बात सुनकर एसाव फूट-फूटकर रोने लगा और अपने पिता से कहा, “पिताजी, मुझे आशीष दीजिए, मुझे भी!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अपने पिता की यह बात सुनते ही एसाव ने अत्यन्त ऊँचे और दुःख भरे स्वर से चिल्लाकर अपने पिता से कहा, “हे मेरे पिता, मुझ को भी आशीर्वाद दे!” |
जब मनुष्य की मूर्खता उसके मार्ग को बिगाड़ देती है, तो उसका हृदय यहोवा के विरुद्ध क्रोध से भड़क उठता है।
तुम जानते हो कि बाद में जब उसने आशिष प्राप्त करनी चाही तो अयोग्य ठहराया गया, और आँसू बहा बहाकर खोजने पर भी उसे पश्चात्ताप करने का अवसर न मिला।