उत्पत्ति 24:32 - नवीन हिंदी बाइबल तब वह पुरुष घर के भीतर आया; और लाबान ने ऊँटों की काठियाँ खोलकर उन्हें पुआल और चारा दिया, और उसे तथा उसके साथियों को पैर धोने के लिए जल दिया। पवित्र बाइबल इसलिए इब्राहीम का नौकर घर में गया। लाबान ने ऊँटों और उस की मदद की और ऊँटों को खाने के लिए चारा दिया। तब लाबान ने पानी दिया जिससे वह व्यक्ति तथा उसके साथ आए हुए दूसरे नौकर अपने पैर धो सकें। Hindi Holy Bible और वह पुरूष घर में गया; और लाबान ने ऊंटों की काठियां खोल कर पुआल और चारा दिया; और उसके, और उसके संगी जनो के पांव धोने को जल दिया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब्राहम का सेवक घर में आया। लाबान ने ऊंटों की काठियां खोलकर उनके आगे पुआल और चारा डाला। उसने सेवक और उसके साथियों को पैर धोने के लिए जल दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस पर वह पुरुष घर में गया; और लाबान ने ऊँटों की काठियाँ खोलकर उन्हें पुआल और चारा दिया, और उसके और उसके साथियों के पाँव धोने को जल दिया। सरल हिन्दी बाइबल वह सेवक लाबान के साथ घर आया और ऊंटों पर से सामान उतारा गया. ऊंटों के लिये पैंरा और चारा लाया गया. सेवक तथा उसके साथ के लोगों के लिये पैर धोने हेतु पानी दिया गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस पर वह पुरुष घर में गया; और लाबान ने ऊँटों की काठियाँ खोलकर पुआल और चारा दिया; और उसके और उसके साथियों के पाँव धोने को जल दिया। |
उसने कहा, “मेरे प्रभुओ, अपने दास के घर पधारिए; और अपने पैर धोकर वहीं रात बिताइए। फिर भोर को शीघ्र उठकर प्रस्थान कीजिए।” उन्होंने कहा, “नहीं, हम चौक में ही रात बिताएँगे।”
तब उसके सामने खाने के लिए कुछ रखा गया; पर उसने कहा, “मैं तब तक कुछ न खाऊँगा जब तक अपनी बात न कह दूँ।” अतः लाबान ने कहा, “कह दे।”
अपने भानजे याकूब के आने का समाचार सुनते ही लाबान उससे भेंट करने को दौड़ा, और उसे गले लगाकर चूमा, तथा उसे अपने घर ले आया। तब याकूब ने लाबान को अपनी सब बातें बताईं।
फिर वह पुरुष उन्हें यूसुफ के घर ले गया और उनके पैर धोने के लिए उन्हें पानी दिया, तथा उसने उनके गधों के लिए चारा दिया।
फिर वह उस स्त्री की ओर मुड़कर शमौन से कहने लगा,“क्या तू इस स्त्री को देख रहा है? मैं तेरे घर में आया, तूने मुझे पैर धोने के लिए पानी नहीं दिया; परंतु इसने अपने आँसुओं से मेरे पैर भिगोए और अपने बालों से उन्हें पोंछा।
वह अच्छे कार्यों के लिए जानी जाती हो, अर्थात् जिसने बच्चों का पालन-पोषण किया हो, अतिथि सेवा की हो, पवित्र लोगों के पैर धोए हों, दुखियों की सहायता की हो, और जो हर भले कार्य में लगी रही हो।