ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




उत्पत्ति 20:6 - नवीन हिंदी बाइबल

तब परमेश्‍वर ने स्वप्‍न में उससे कहा, “हाँ, मैं जानता हूँ कि तूने यह शुद्ध मन से किया है, और मैंने तुझे रोक भी रखा था कि तू मेरे विरुद्ध पाप न करे। इसलिए मैंने तुझे उसे छूने भी नहीं दिया।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

तब परमेश्वर ने अबीमेलेक से स्वप्न में कहा, “हाँ, मैं जानता हूँ कि तुम निर्दोष हो और मैं यह भी जानता हूँ कि तुम यह नहीं जानते थे कि तुम क्या कर रहे थे? मैंने तुमको बचाया। मैंने तुम्हें अपने विरुद्ध पाप नहीं करने दिया। यह मैं ही था जिसने तुम्हें उसके साथ सोने नहीं दिया।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

परमेश्वर ने उससे स्वप्न में कहा, हां, मैं भी जानता हूं कि अपने मन की खराई से तू ने यह काम किया है और मैं ने तुझे रोक भी रखा कि तू मेरे विरुद्ध पाप न करे: इसी कारण मैं ने तुझ को उसे छूने नहीं दिया।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

परमेश्‍वर ने स्‍वप्‍न में उसे उत्तर दिया, ‘हाँ, मैं जानता हूँ कि तूने निष्‍कपट हृदय से यह कार्य किया है। मैंने ही तुझे अपने विरुद्ध पाप करने से रोका था। इसलिए मैं ने तुझे उसे स्‍पर्श भी नहीं करने दिया।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

परमेश्‍वर ने उससे स्वप्न में कहा, “हाँ, मैं भी जानता हूँ कि अपने मन की खराई से तू ने यह काम किया है, और मैं ने तुझे रोक भी रखा कि तू मेरे विरुद्ध पाप न करे; इसी कारण मैं ने तुझ को उसे छूने नहीं दिया।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

तब स्वप्न में ही परमेश्वर ने उससे कहा, “मुझे मालूम है कि तुमने यह काम साफ मन से किया है, इसलिये मैंने तुमको मेरे विरुद्ध में पाप करने से रोक रखा है. इसी कारण से मैंने तुम्हें उसे छूने नहीं दिया है.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

परमेश्वर ने उससे स्वप्न में कहा, “हाँ, मैं भी जानता हूँ कि अपने मन की खराई से तूने यह काम किया है और मैंने तुझे रोक भी रखा कि तू मेरे विरुद्ध पाप न करे; इसी कारण मैंने तुझको उसे छूने नहीं दिया।

अध्याय देखें



उत्पत्ति 20:6
22 क्रॉस रेफरेंस  

क्योंकि यहोवा ने अब्राहम की पत्‍नी सारा के कारण अबीमेलेक के घर की सब स्‍त्रियों की कोख बंद कर दी थी।


इसलिए अबीमेलेक ने अपनी सारी प्रजा को यह आज्ञा दी, “जो कोई उस पुरुष को या उसकी पत्‍नी को छुएगा, वह निश्‍चय मार डाला जाएगा।”


परंतु जो वृक्ष वाटिका के बीचों-बीच है, उसके फल के विषय में परमेश्‍वर ने कहा है कि न तो तुम उसे खाना और न ही उसे छूना, नहीं तो मर जाओगे।”


परंतु परमेश्‍वर ने रात को स्वप्‍न में आकर अरामी लाबान से कहा, “सावधान! तू याकूब से भला या बुरा कुछ भी न कहना।”


फिर भी तुम्हारे पिता ने मुझे धोखा दिया और मेरी मज़दूरी को दस बार बदल दिया, परंतु परमेश्‍वर ने उसे अनुमति नहीं दी कि मुझे हानि पहुँचाए।


तब वे वहाँ से निकल पड़े, और उनके चारों ओर के नगरों में परमेश्‍वर का ऐसा भय समा गया कि उन्होंने याकूब के पुत्रों का पीछा न किया।


इस घर में मुझसे बड़ा कोई नहीं, और उसने तुझे छोड़ मुझसे कुछ नहीं रख छोड़ा, क्योंकि तू उसकी पत्‍नी है। इसलिए मैं ऐसी बड़ी दुष्‍टता करके परमेश्‍वर के विरुद्ध पाप क्यों करूँ?”


मैंने तेरे ही विरुद्ध पाप किया है, और वह किया है जो तेरी दृष्‍टि में बुरा है; इसलिए जब तू निर्णय सुनाए तो धर्मी, और न्याय करे तो सच्‍चा ठहरे।


इसलिए मैंने उसे उसके हठ पर छोड़ दिया, कि वह अपनी ही युक्‍तियों के अनुसार चले।


क्योंकि यहोवा परमेश्‍वर सूर्य और ढाल है। यहोवा कृपा करता और सम्मान देता है; और जो खरी चाल चलते हैं, उनसे वह कोई अच्छी वस्तु नहीं रख छोड़ता।


क्योंकि मैं अन्यजातियों को तेरे सामने से निकाल दूँगा और तेरी सीमाओं को बढ़ाऊँगा। जब तू अपने परमेश्‍वर यहोवा के सामने उपस्थित होने के लिए वर्ष में तीन बार आया करेगा, तो कोई तेरी भूमि का लालच न करेगा।


राजा का मन यहोवा के हाथ में जल-धारा के समान है, वह उसे जहाँ चाहता है मोड़ देता है।


पराई स्‍त्री के पास जानेवाले व्यक्‍ति की दशा ऐसी ही होती है; जो कोई उस स्‍त्री को स्पर्श करेगा वह दंड से न बचेगा।


“यदि कोई व्यक्‍ति पाप करे, और अपने पड़ोसी की धरोहर या लेन-देन के विषय में, या उसे लूटने के द्वारा धोखा देकर यहोवा के प्रति विश्‍वासघात करे, या उसने अपने पड़ोसी पर अत्याचार किया हो,


जब वह न्यायासन पर बैठा था, तो उसकी पत्‍नी ने उसके पास यह कहला भेजा, “तू उस धर्मी जन के साथ कुछ न कर, क्योंकि आज उसके कारण मैंने स्वप्न में बहुत दुःख उठाया है।”


अब उन बातों के विषय में जो तुमने लिखी हैं : पुरुष के लिए अच्छा यह है कि वह स्‍त्री को न छुए।


फिर प्रभु यह कहता है : इसलिए उनके बीच में से निकल आओ और अलग हो जाओ, जो अशुद्ध है उसे मत छुओ, तो मैं तुम्हें ग्रहण करूँगा;


इस कारण परमेश्‍वर उनमें एक बड़े भ्रम को भेजेगा कि वे झूठ पर विश्‍वास करें,


क्योंकि अधर्म का भेद अब भी क्रियाशील है, और जब तक रोकनेवाला मार्ग से हटा न दिया जाए तब तक वह उसे रोके रखेगा।