इसलिए यह कहना, ‘मैं उसकी बहन हूँ,’ जिससे तेरे कारण मेरा भला हो, और तेरे कारण मेरा प्राण बच जाए।”
उत्पत्ति 19:19 - नवीन हिंदी बाइबल देख, तेरे दास पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि हुई है, और तूने मेरे प्राण को बचाकर मुझ पर बड़ी कृपा दिखाई है। परंतु मैं पहाड़ पर नहीं भाग सकता; कहीं ऐसा न हो कि कोई विपत्ति मुझ पर आ पड़े, और मैं मर जाऊँ। पवित्र बाइबल आप लोगों ने मुझ सेवक पर इतनी अधिक कृपा की है। आप लोगों ने मुझे बचाने की कृपा की है। लेकिन मैं पहाड़ी तक दौड़ नहीं सकता। अगर मैं आवश्यकता से अधिक धीरे दौड़ा तो कुछ बुरा होगा और मैं मारा जाऊँगा। Hindi Holy Bible देख, तेरे दास पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि हुई है, और तू ने इस में बड़ी कृपा दिखाई, कि मेरे प्राण को बचाया है; पर मैं पहाड़ पर भाग नहीं सकता, कहीं ऐसा न हो, कि कोई विपत्ति मुझ पर आ पड़े, और मैं मर जाऊं: पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आपके सेवक पर आपकी कृपा-दृष्टि हुई है। आपने मेरे प्राण बचाकर मुझ पर अपार करुणा की है। पर मैं पहाड़ की ओर नहीं भाग सकता। ऐसा न हो कि वहाँ मेरे साथ कोई दुर्घटना हो जाए और मैं मर जाऊं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) देख, तेरे दास पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि हुई है, और तू ने इस में बड़ी कृपा दिखाई कि मेरे प्राण को बचाया है; पर मैं पहाड़ पर भाग नहीं सकता, कहीं ऐसा न हो कि कोई विपत्ति मुझ पर आ पड़े, और मैं मर जाऊँ। सरल हिन्दी बाइबल जब आपके सेवक ने आपकी कृपादृष्टि प्राप्त कर ही ली है और आपने मेरे जीवन को सुरक्षा प्रदान करने के द्वारा अपनी प्रेममय कृपा को बढ़ाया है; तो पर्वतों में जा छिपना मेरे लिए संभव न होगा, क्योंकि इसमें इस महाविनाश से हमारा घिर जाना निश्चित ही है तथा मेरी मृत्यु हो जाएगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 देख, तेरे दास पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि हुई है, और तूने इसमें बड़ी कृपा दिखाई, कि मेरे प्राण को बचाया है; पर मैं पहाड़ पर भाग नहीं सकता, कहीं ऐसा न हो, कि कोई विपत्ति मुझ पर आ पड़े, और मैं मर जाऊँ। |
इसलिए यह कहना, ‘मैं उसकी बहन हूँ,’ जिससे तेरे कारण मेरा भला हो, और तेरे कारण मेरा प्राण बच जाए।”
देख, वह नगर बच निकलने के लिए पास ही में है, और वह छोटा भी है। मुझे वहीं भाग जाने दे, क्या वह नगर छोटा नहीं है? और मेरा प्राण बच जाएगा।”
फिर लूत सोअर नगर से निकलकर अपनी दोनों बेटियों समेत पहाड़ पर रहने लगा, क्योंकि वह सोअर में रहने से डरता था। इस प्रकार वह और उसकी दोनों बेटियाँ वहाँ एक गुफा में रहने लगे।
तब उसकी कृपादृष्टि उस पर हुई, और उसने उसे अपना सेवक बनाया। फिर उसने उसे अपने घर का अधिकारी ठहराकर अपना सब कुछ उसके हाथ में सौंप दिया।
इस पर यीशु ने उनसे कहा,“हे अविश्वासी पीढ़ी! कब तक मैं तुम्हारे साथ रहूँगा? कब तक तुम्हारी सहूँगा? उसे मेरे पास लाओ।”
जब उसके पड़ोसियों और संबंधियों ने सुना कि प्रभु ने उस पर अपनी बड़ी दया दिखाई है, तो वे भी उसके साथ आनंद मनाने लगे।
अतः इन बातों के विषय में हम क्या कहें? यदि परमेश्वर हमारी ओर है तो हमारे विरुद्ध कौन हो सकता है?