वह यहोवा की दृष्टि में पराक्रमी शिकारी था; इसलिए यह कहा जाने लगा, “यहोवा की दृष्टि में निम्रोद के समान पराक्रमी शिकारी।”
उत्पत्ति 13:13 - नवीन हिंदी बाइबल सदोम के लोग यहोवा की दृष्टि में अत्यंत दुष्ट और पापी थे। पवित्र बाइबल सदोम के लोग बहुत पापी थे। वे हमेशा यहोवा के विरुद्ध पाप करते थे। Hindi Holy Bible सदोम के लोग यहोवा के लेखे में बड़े दुष्ट और पापी थे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु की दृष्टि में सदोम नगर के निवासी बड़े दुष्ट और महापापी थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सदोम के लोग यहोवा के लेखे में बड़े दुष्ट और पापी थे। सरल हिन्दी बाइबल सोदोम के पुरुष दुष्ट थे और याहवेह की दृष्टि में वे बहुत पापी थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सदोम के लोग यहोवा की दृष्टि में बड़े दुष्ट और पापी थे। |
वह यहोवा की दृष्टि में पराक्रमी शिकारी था; इसलिए यह कहा जाने लगा, “यहोवा की दृष्टि में निम्रोद के समान पराक्रमी शिकारी।”
तब चौथी पीढ़ी में तेरे वंशज फिर यहाँ लौट आएँगे, क्योंकि एमोरियों का अधर्म अब तक पूरा नहीं हुआ है।”
फिर यहोवा ने कहा, “सदोम और अमोरा के विरुद्ध चिल्लाहट बहुत बढ़ गई है, और उनका पाप बहुत गंभीर हो गया है।
हम इस स्थान को नष्ट करने पर हैं, क्योंकि यहोवा के सामने इन लोगों के विरुद्ध चिल्लाहट बढ़ गई है, और यहोवा ने हमें इसका विनाश करने के लिए भेजा है।”
इस घर में मुझसे बड़ा कोई नहीं, और उसने तुझे छोड़ मुझसे कुछ नहीं रख छोड़ा, क्योंकि तू उसकी पत्नी है। इसलिए मैं ऐसी बड़ी दुष्टता करके परमेश्वर के विरुद्ध पाप क्यों करूँ?”
फिर ऐसा हुआ कि जब यीशु घर में भोजन करने बैठा, तो देखो, बहुत से कर वसूलनेवाले और पापी आकर यीशु और उसके शिष्यों के साथ भोजन करने लगे।
तुम जाकर इसका अर्थ सीखो : मैं दया चाहता हूँ, बलिदान नहीं;क्योंकि मैं धर्मियों को नहीं बल्कि पापियों कोबुलाने आया हूँ।”
तब उन्होंने उस मनुष्य को जो अंधा था दुबारा बुलाया और उससे कहा, “परमेश्वर को महिमा दे। हम जानते हैं कि वह मनुष्य पापी है।”
हम जानते हैं कि परमेश्वर पापियों की नहीं सुनता, परंतु यदि कोई परमेश्वर का भक्त हो और उसकी इच्छा पर चलता हो, तो वह उसकी सुनता है।
इसी प्रकार पुरुष भी स्त्री के साथ प्राकृतिक क्रिया को छोड़कर आपस में कामातुर होकर जलने लगे, और पुरुषों ने पुरुषों के साथ निर्लज्ज कार्य करके स्वयं अपने दुष्कर्म का उचित दंड पाया।
परमेश्वर की दृष्टि से कोई प्राणी छिपा नहीं है; उसकी आँखों के सामने सब नग्न और खुला है। उसी को हमें अपना लेखा देना है।
विशेषकर उन्हें जो अपनी अशुद्ध शारीरिक लालसाओं में लिप्त रहते और प्रभुता को तुच्छ जानते हैं। ये ढीठ और हठीले लोग हैं जो महिमामय प्राणियों की निंदा करने से भी नहीं डरते;
उसी प्रकार सदोम और अमोरा और उनके आस-पास के नगर, जो उनके समान व्यभिचारी होकर पराए शरीर के पीछे लग गए थे, अनंत आग का दंड पाकर एक उदाहरण ठहरे हैं।