तब लूत ने आँखें उठाकर यरदन नदी की सारी तराई को देखा कि वह सोअर के मार्ग तक यहोवा की वाटिका, और मिस्र देश के समान भली-भाँति सिंची हुई है—तब तक यहोवा ने सदोम और अमोरा को नष्ट नहीं किया था।
उत्पत्ति 13:11 - नवीन हिंदी बाइबल इसलिए लूत ने अपने लिए यरदन की सारी तराई चुन ली और पूर्व की ओर चला गया। इस प्रकार वे एक दूसरे से अलग हो गए। पवित्र बाइबल इसलिए लूत ने यरदन घाटी में रहना स्वीकार किया। इस तरह दोनों व्यक्ति अलग हुए और लूत ने पूर्व की ओर यात्रा शुरू की। Hindi Holy Bible सो लूत अपने लिये यरदन की सारी तराई को चुन के पूर्व की ओर चला, और वे एक दूसरे से अलग हो गए। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) लोट ने यर्दन नदी की समस्त घाटी अपने लिए चुन ली। वह पूर्व की ओर चला गया। इस प्रकार वे एक दूसरे से अलग हो गए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये लूत अपने लिये यरदन की सारी तराई को चुन के पूर्व की ओर चला, और वे एक दूसरे से अलग हो गए। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये लोत ने यरदन घाटी को जो, पूर्व दिशा की ओर है, चुन लिया. इस प्रकार लोत तथा अब्राम एक दूसरे से अलग हो गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सो लूत अपने लिये यरदन की सारी तराई को चुन के पूर्व की ओर चला, और वे एक दूसरे से अलग हो गये। |
तब लूत ने आँखें उठाकर यरदन नदी की सारी तराई को देखा कि वह सोअर के मार्ग तक यहोवा की वाटिका, और मिस्र देश के समान भली-भाँति सिंची हुई है—तब तक यहोवा ने सदोम और अमोरा को नष्ट नहीं किया था।
अब्राम तो कनान देश में बस गया पर लूत उस तराई के नगरों के बीच रहने लगा; और उसने अपना तंबू सदोम के पास खड़ा किया।
लूत के अलग हो जाने के बाद यहोवा ने अब्राम से कहा, “अब अपनी आँखें उठा और जिस स्थान पर तू है वहाँ से उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम, अर्थात् चारों ओर दृष्टि कर;
क्या तेरे सामने सारा देश नहीं है? इसलिए मुझसे अलग हो जा; यदि तू बाईं ओर जाए तो मैं दाहिनी ओर जाऊँगा; और यदि तू दाहिनी ओर जाए, तो मैं बाईं ओर जाऊँगा।”
और ऐसा हुआ कि जब वे उन्हें बाहर ले आए तो उनमें से एक ने कहा, “अपने प्राण बचाकर भागो! पीछे मुड़कर न देखना, और न ही तराई में कहीं रुकना। उस पहाड़ पर भाग जाओ, नहीं तो तुम भी नष्ट हो जाओगे।”
अपने मित्र और अपने पिता के मित्र को न त्यागना, और अपनी विपत्ति के समय अपने भाई के घर न जाना; दूर रहनेवाले भाई की अपेक्षा निकट रहनेवाला पड़ोसी उत्तम है।
एक दूसरे के साथ संगति करना न छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, बल्कि एक दूसरे को प्रोत्साहित भी करते रहें; और तुम जितना उस दिन को निकट आते हुए देखो, उतना अधिक यह किया करो।