इब्रानियों 11:23 - नवीन हिंदी बाइबल विश्वास ही से मूसा के माता-पिता ने उसे जन्म के बाद तीन महीने तक छिपाए रखा, क्योंकि उन्होंने देखा कि बालक सुंदर है; और वे राजा की आज्ञा से न डरे। पवित्र बाइबल विश्वास के आधार पर ही, मूसा के माता-पिता ने, मूसा के जन्म के बाद उसे तीन महीने तक छुपाए रखा क्योंकि उन्होंने देख लिया था कि वह कोई सामान्य बालक नहीं था और वे राजा की आज्ञा से नहीं डरे। Hindi Holy Bible विश्वास ही से मूसा के माता पिता ने उस को, उत्पन्न होने के बाद तीन महीने तक छिपा रखा; क्योंकि उन्होंने देखा, कि बालक सुन्दर है, और वे राजा की आज्ञा से न डरे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) विश्वास के कारण मूसा के माता-पिता ने यह देख कर कि शिशु सुन्दर है, उसे जन्म के बाद तीन महीनों तक छिपाये रखा और वे राजा के आदेश से भयभीत नहीं हुए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) विश्वास ही से मूसा के माता पिता ने उसको, उत्पन्न होने के बाद तीन महीने तक छिपा रखा, क्योंकि उन्होंने देखा कि बालक सुन्दर है, और वे राजा की आज्ञा से न डरे। सरल हिन्दी बाइबल यह विश्वास ही था कि जब मोशेह का जन्म हुआ, उनके माता-पिता ने उन्हें तीन माह तक छिपाए रखा. उन्होंने देखा कि शिशु सुंदर है इसलिये वे राज आज्ञा से भयभीत न हुए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 विश्वास ही से मूसा के माता पिता ने उसको, उत्पन्न होने के बाद तीन महीने तक छिपा रखा; क्योंकि उन्होंने देखा, कि बालक सुन्दर है, और वे राजा की आज्ञा से न डरे। (निर्ग. 1:22, निर्ग. 2:2) |
मैंने उसी परमेश्वर पर भरोसा रखा है, जिसके वचन की मैं प्रशंसा करता हूँ; मैं न डरूँगा। मनुष्य मेरा क्या बिगाड़ सकता है?
“जब तुम इब्री स्त्रियों की प्रसव के समय सहायता करने जाओ और उन्हें प्रसव के पत्थरों पर बैठी देखो, तो यदि बेटा हो तो उसे मार डालना, और बेटी हो तो जीवित रहने देना।”
तब फ़िरौन ने अपने सारे लोगों को यह आज्ञा दी, “इब्रियों के जितने बेटे उत्पन्न हों उन सब को तुम नील नदी में फेंक देना, और सब बेटियों को जीवित छोड़ देना।”
उनसे मत डरो, जो शरीर को घात करते हैं पर आत्मा को घात नहीं कर सकते; बल्कि उससे डरो जो आत्मा और शरीर दोनों को नरक में नाश कर सकता है।
उस समय मूसा का जन्म हुआ, और वह परमेश्वर की दृष्टि में सुंदर था। उसका पालन-पोषण तीन महीने तक अपने पिता के घर में हुआ।
इसलिए हम साहस के साथ कहते हैं : प्रभु मेरा सहायक है, मैं न डरूँगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है?