इब्रानियों 11:1 - नवीन हिंदी बाइबल अब विश्वास आशा की हुई वस्तुओं का निश्चय, और अनदेखी वस्तुओं का प्रमाण है। पवित्र बाइबल विश्वास का अर्थ है, जिसकी हम आशा करते हैं, उसके लिए निश्चित होना। और विश्वास का अर्थ है कि हम चाहे किसी वस्तु को देख नहीं रहे हो किन्तु उसके अस्तित्त्व के विषय में निश्चित होना कि वह है। Hindi Holy Bible अब विश्वास आशा की हुई वस्तुओं का निश्चय, और अनदेखी वस्तुओं का प्रमाण है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) विश्वास उन बातों का पक्का निश्चय है, जिनकी हम आशा करते हैं और उन वस्तुओं के अस्तित्व के विषय में दृढ़ धारणा है, जिन्हें हम नहीं देखते। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अब विश्वास आशा की हुई वस्तुओं का निश्चय, और अनदेखी वस्तुओं का प्रमाण है। सरल हिन्दी बाइबल और विश्वास उन तत्वों का निश्चय है, हमने जिनकी आशा की है, तथा उन तत्वों का प्रमाण है, जिन्हें हमने देखा नहीं है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अब विश्वास आशा की हुई वस्तुओं का निश्चय, और अनदेखी वस्तुओं का प्रमाण है। |
हे मेरे मन, तू निराश क्यों है? तू भीतर ही भीतर व्याकुल क्यों है? परमेश्वर पर आशा लगाए रह; मैं तो उसकी स्तुति करूँगा जो मेरा उद्धारकर्ता और मेरा परमेश्वर है।
और यहूदियों और यूनानियों, दोनों को परमेश्वर के प्रति पश्चात्ताप और हमारे प्रभु यीशु पर विश्वास करने के विषय में दृढ़तापूर्वक साक्षी देता रहा।
मैं जो कुछ कहता हूँ वह प्रभु की ओर से नहीं, पर मानो मूर्खता में बेधड़क होकर गर्व के साथ कहता हूँ।
हम उन वस्तुओं पर दृष्टि नहीं लगाते जो दृश्य हैं, बल्कि उन वस्तुओं पर जो अदृश्य हैं; क्योंकि जो दृश्य हैं वे थोड़े समय की हैं, परंतु जो अदृश्य हैं वे अनंत काल की हैं।
अतः यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टि है। पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, सब नई हो गई हैं।
ऐसा न हो कि जब कुछ मकिदुनियावासी मेरे साथ आएँ और तुम्हें तैयार न पाएँ, तो इस भरोसे के कारण हमें (यह नहीं कहता कि “तुम्हें”) लज्जित होना पड़े।
मसीह यीशु में न तो ख़तने का कुछ महत्त्व है और न ही बिना ख़तने का, परंतु केवल उस विश्वास का जो प्रेम के द्वारा कार्य करता है।
परमेश्वर के दास और यीशु मसीह के प्रेरित पौलुस की ओर से, जो परमेश्वर के चुने हुओं के विश्वास और सत्य के उस ज्ञान के लिए ठहराया गया है जो भक्ति की ओर ले जाता है;
तो आओ, हम सच्चे मन और विश्वास के पूर्ण आश्वासन के साथ, और विवेक के दोष को दूर करने के लिए हृदयों पर छिड़काव लेकर तथा देह को शुद्ध जल से धोकर परमेश्वर के पास आएँ।
परंतु हम पीछे हटनेवालों में से नहीं कि नाश हो जाएँ, बल्कि विश्वास करनेवाले हैं कि अपने प्राणों को बचाएँ।
ये सब विश्वास की दशा में मरे। इन्होंने प्रतिज्ञा की गई वस्तुओं को प्राप्त नहीं किया पर उन्हें दूर ही से देखकर उनका स्वागत किया और यह मान लिया कि हम पृथ्वी पर परदेशी और यात्री हैं।
विश्वास ही से उसने मिस्र को छोड़ दिया और राजा के क्रोध से नहीं डरा, क्योंकि उस अदृश्य को मानो देखते हुए वह दृढ़ रहा।
विश्वास ही से नूह ने उन बातों के विषय में, जो दिखाई नहीं देती थीं, चेतावनी पाकर भक्तिपूर्ण भय के साथ अपने परिवार के बचाव के लिए जहाज़ बनाया, जिसके द्वारा उसने संसार को दोषी ठहराया, और उस धार्मिकता का उत्तराधिकारी हुआ जो विश्वास के अनुसार है।
तो हम ऐसे महान उद्धार की उपेक्षा करके कैसे बच सकते हैं? इस उद्धार का वर्णन सर्वप्रथम प्रभु के द्वारा किया गया, और सुननेवालों के द्वारा हमारे सामने इसकी पुष्टि हुई।
यदि हम अपने आरंभिक विश्वास को अंत तक दृढ़ता से थामे रहते हैं, तो हम मसीह के सहभागी बन जाते हैं।
परंतु मसीह परमेश्वर के घराने पर एक पुत्र के समान विश्वासयोग्य रहा; और यदि हम अपने साहस और अपने आशा के गर्व पर दृढ़ रहें तो हम ही उसका घराना हैं।
ताकि तुम आलसी न हो जाओ, बल्कि उनका अनुकरण करनेवाले बनो जो विश्वास और धैर्य के द्वारा प्रतिज्ञाओं के उत्तराधिकारी हैं।
यीशु मसीह के दास और प्रेरित शमौन पतरस की ओर से, उन लोगों के नाम जिन्होंने हमारे परमेश्वर और उद्धारकर्ता यीशु मसीह की धार्मिकता के द्वारा हमारे समान बहुमूल्य विश्वास प्राप्त किया है :