इफिसियों 5:20 - नवीन हिंदी बाइबल और सब बातों के लिए हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से परमेश्वर पिता का सदा धन्यवाद करते रहो, पवित्र बाइबल हर किसी बात के लिये हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम पर हमारे परमपिता परमेश्वर का सदा धन्यवाद करो। Hindi Holy Bible और सदा सब बातों के लिये हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से परमेश्वर पिता का धन्यवाद करते रहो। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हमारे प्रभु येशु मसीह के नाम पर सब समय, सब कुछ के लिए, पिता-परमेश्वर को धन्यवाद देते रहें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और सदा सब बातों के लिये हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से परमेश्वर पिता का धन्यवाद करते रहो। सरल हिन्दी बाइबल हर एक विषय के लिए हमेशा हमारे प्रभु येशु मसीह के नाम में पिता परमेश्वर के प्रति धन्यवाद देते रहो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और सदा सब बातों के लिये हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से परमेश्वर पिता का धन्यवाद करते रहो। |
तुमने मुझे नहीं चुना, बल्कि मैंने तुम्हें चुना और तुम्हें नियुक्त किया कि तुम जाकर फल लाओ और तुम्हारा फल बना रहे, ताकि तुम मेरे नाम से जो कुछ पिता से माँगो, वह तुम्हें दे।
तब वे महासभा के सामने से आनंदित होकर चले गए कि हम उसके नाम के लिए अपमानित होने के योग्य तो ठहरे;
पहले तो मैं तुम सब के लिए यीशु मसीह के द्वारा अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूँ, क्योंकि तुम्हारे विश्वास का प्रचार समस्त संसार में हो रहा है।
मैं तुम्हारे विषय में अपने परमेश्वर का सदा धन्यवाद करता हूँ क्योंकि मसीह यीशु में तुम पर परमेश्वर का यह अनुग्रह हुआ,
इसके बाद जब वह सारी प्रधानता और सारे अधिकार और सामर्थ्य का अंत करके राज्य को परमेश्वर पिता के हाथों में सौंप देगा तो अंत होगा;
और न निर्लज्जता और मूर्खता की बातें या भद्दे मज़ाक हों जो शोभा नहीं देते, बल्कि धन्यवाद ही दिया जाए।
किसी भी बात की चिंता मत करो, बल्कि प्रत्येक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और विनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सामने प्रस्तुत किए जाएँ।
वचन से या कार्य से तुम जो कुछ भी करो, सब प्रभु यीशु के द्वारा परमेश्वर पिता को धन्यवाद देते हुए उसके नाम से करो।
हम उस संपूर्ण आनंद के बदले में जो तुम्हारे विषय में है परमेश्वर का धन्यवाद कैसे करें? हम तुम्हारे कारण अपने परमेश्वर के सामने आनंदित होते हैं,
हे भाइयो, तुम्हारे विषय में हमें परमेश्वर का सदैव धन्यवाद करना चाहिए, और यह उचित भी है, क्योंकि तुम्हारा विश्वास बढ़ रहा है, और एक दूसरे के प्रति तुम सब का प्रेम भी बढ़ता जा रहा है।
हे भाइयो, प्रभु के प्रियो, हमें तुम्हारे विषय में परमेश्वर का सदैव धन्यवाद करना चाहिए, क्योंकि परमेश्वर ने आरंभ से ही तुम्हें चुन लिया है कि तुम आत्मा के द्वारा पवित्र बनकर और सत्य पर विश्वास करके उद्धार पाओ।
अतः हम उसके द्वारा परमेश्वर को स्तुति रूपी बलिदान निरंतर चढ़ाते रहें, अर्थात् उन होंठों का फल जो उसके नाम का अंगीकार करते हैं।
तुम भी स्वयं जीवित पत्थरों के समान आत्मिक घर बनते जाते हो कि याजकों का पवित्र समाज बनकर ऐसे आत्मिक बलिदानों को चढ़ाओ जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्रहणयोग्य हों।
यदि कोई बोले, तो ऐसे बोले जैसे वे परमेश्वर के वचन हों; यदि कोई सेवा करे, तो उस सामर्थ्य से करे जो परमेश्वर देता है, ताकि सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर की महिमा हो, क्योंकि महिमा और पराक्रम युगानुयुग उसी का है। आमीन।