क्या ही धन्य है वह मनुष्य जिसके अधर्म का लेखा यहोवा न ले, और जिसकी आत्मा में कोई कपट न हो।
इफिसियों 4:15 - नवीन हिंदी बाइबल बल्कि प्रेम में सच्चाई से चलते हुए सब बातों में, उसमें जो सिर है अर्थात् मसीह में बढ़ते जाएँ, पवित्र बाइबल बल्कि हम प्रेम के साथ सत्य बोलते हुए हर प्रकार से मसीह के जैसे बनने के लिये विकास करते जायें। मसीह सिर है, Hindi Holy Bible वरन प्रेम में सच्चाई से चलते हुए, सब बातों में उस में जो सिर है, अर्थात मसीह में बढ़ते जाएं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हम प्रेमपूर्वक सत्य का अनुसरण करें, और मसीह में सब प्रकार की उन्नति करते जाएं। मसीह ही कलीसिया का शीर्ष हैं पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वरन् प्रेम में सच्चाई से चलते हुए सब बातों में उसमें जो सिर है, अर्थात् मसीह में बढ़ते जाएँ, सरल हिन्दी बाइबल परंतु सच को प्रेमपूर्वक व्यक्त करते हुए हर एक पक्ष में हमारी उन्नति उनमें होती जाए, जो प्रधान हैं, अर्थात्, मसीह. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वरन् प्रेम में सच बोलें और सब बातों में उसमें जो सिर है, अर्थात् मसीह में बढ़ते जाएँ, |
क्या ही धन्य है वह मनुष्य जिसके अधर्म का लेखा यहोवा न ले, और जिसकी आत्मा में कोई कपट न हो।
यीशु ने नतनएल को अपनी ओर आते हुए देखा और उसके विषय में कहा,“देखो, यह सचमुच इस्राएली है, इसमें छल कपट नहीं।”
परंतु मैं चाहता हूँ कि तुम यह जान लो कि प्रत्येक पुरुष का सिर मसीह है, और स्त्री का सिर पुरुष है, और मसीह का सिर परमेश्वर है।
हमने लज्जा के गुप्त कार्यों को त्याग दिया; और हम न तो चतुराई से चलते हैं और न ही परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, बल्कि सत्य को प्रकट करने के द्वारा हम परमेश्वर के सामने प्रत्येक मनुष्य के विवेक में अपने आपको योग्य प्रस्तुत करते हैं।
मैं यह आज्ञा के रूप में नहीं बल्कि दूसरों के उत्साह के द्वारा तुम्हारे प्रेम की सच्चाई को भी परखते हुए कहता हूँ।
और सब कुछ उसके पैरों तले कर दिया और उसे सब वस्तुओं पर प्रधान ठहराकर कलीसिया को दे दिया।
उसने हमें जगत की उत्पत्ति से पहले उसमें चुन लिया कि हम उसके सामने प्रेम में पवित्र और निर्दोष रहें,
इसलिए झूठ को छोड़कर प्रत्येक अपने पड़ोसी से सच बोले क्योंकि हम आपस में एक ही देह के अंग हैं।
क्योंकि पति पत्नी का सिर है जैसे मसीह कलीसिया का सिर है और स्वयं देह का उद्धारकर्ता भी है।
जब तुमने भाईचारे के निष्कपट प्रेम के लिए अपने मनों को सत्य का पालन करके शुद्ध किया है, तो उत्साहपूर्वक शुद्ध मन से आपस में प्रेम रखो।
नवजात शिशुओं के समान निर्मल आत्मिक दूध की लालसा करो, ताकि उसके द्वारा तुम उद्धार में बढ़ते जाओ;
बल्कि हमारे प्रभु और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनुग्रह और ज्ञान में बढ़ते जाओ। उसकी महिमा अब भी हो, और युगानुयुग होती रहे। आमीन।
बच्चो, हम अपने शब्द या जीभ से ही नहीं, बल्कि कार्य और सच्चाई के द्वारा भी प्रेम रखें।