जो थोड़े से थोड़े में विश्वासयोग्य है वह बहुत में भी विश्वासयोग्य है, और जो थोड़े से थोड़े में अधर्मी है वह बहुत में भी अधर्मी है।
इफिसियों 1:1 - नवीन हिंदी बाइबल पौलुस की ओर से, जो परमेश्वर की इच्छा से मसीह यीशु का प्रेरित है, उन पवित्र लोगों के नाम जो इफिसुस में रहते हैं और मसीह यीशु में विश्वासयोग्य हैं : पवित्र बाइबल पौलुस की ओर से, जो परमेश्वर की इच्छा से यीशु मसीह का एक प्रेरित है, इफिसुस के रहने वाले संत जनों और मसीह यीशु में विश्वास रखने वालों के नाम: Hindi Holy Bible पौलुस की ओर से जो परमेश्वर की इच्छा से यीशु मसीह का प्रेरित है, उन पवित्र और मसीह यीशु में विश्वासी लोगों के नाम जो इफिसुस में हैं॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इफिसुस नगर के सन्तों और येशु मसीह में सच्चे विश्वासियों के नाम पौलुस का पत्र, जो परमेश्वर की इच्छा से येशु मसीह का प्रेरित नियुक्त हुआ है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पौलुस की ओर से जो परमेश्वर की इच्छा से यीशु मसीह का प्रेरित है, उन पवित्र और मसीह यीशु में विश्वासी लोगों के नाम जो इफिसुस में हैं : सरल हिन्दी बाइबल पौलॉस की ओर से, जो परमेश्वर की इच्छा के अनुसार मसीह येशु का प्रेरित है, उन पवित्र लोगों को, जो इफ़ेसॉस नगर में मसीह येशु के विश्वासी हैं: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पौलुस की ओर से जो परमेश्वर की इच्छा से यीशु मसीह का प्रेरित है, उन पवित्र और मसीह यीशु में विश्वासी लोगों के नाम जो इफिसुस में हैं, |
जो थोड़े से थोड़े में विश्वासयोग्य है वह बहुत में भी विश्वासयोग्य है, और जो थोड़े से थोड़े में अधर्मी है वह बहुत में भी अधर्मी है।
जब उसने और उसके घराने ने बपतिस्मा लिया तो उसने यह कहकर विनती की, “यदि तुम मुझे प्रभु की विश्वासिनी मानते हो, तो आकर मेरे घर में ठहरो।” और उसने हमें विवश कर दिया।
फिर इफिसुस पहुँचकर उसने उन्हें वहाँ छोड़ा, और स्वयं आराधनालय में जाकर यहूदियों से वाद-विवाद करने लगा।
बल्कि विदा होते हुए कहा, “यदि परमेश्वर की इच्छा हुई तो मैं तुम्हारे पास फिर आऊँगा।” तब वह इफिसुस से जहाज़ द्वारा चल दिया;
हनन्याह ने उत्तर दिया, “हे प्रभु, मैंने बहुतों से इस मनुष्य के विषय में सुना है कि उसने यरूशलेम में तेरे पवित्र लोगों के साथ कितना बुरा किया है;
पौलुस की ओर से, जो मसीह यीशु का दास है और प्रेरित होने के लिए बुलाया गया, और परमेश्वर के उस सुसमाचार के लिए अलग किया गया है,
उन सब के नाम जो रोम में परमेश्वर के प्रिय हैं और पवित्र होने के लिए बुलाए गए हैं : हमारे परमेश्वर पिता और प्रभु यीशु मसीह की ओर से तुम्हें अनुग्रह और शांति मिले।
अतः अब जो मसीह यीशु में हैं, उन पर दंड की आज्ञा नहीं; [वे शरीर के अनुसार नहीं बल्कि आत्मा के अनुसार चलते हैं।]
हम अपने हाथों से कठिन परिश्रम करते हैं। निंदा किए जाने पर भी हम आशिष देते हैं, सताए जाने पर हम सहते हैं,
इसी कारण मैंने तीमुथियुस को तुम्हारे पास भेजा है जो प्रभु में मेरा प्रिय और विश्वासयोग्य पुत्र है। वह तुम्हें मसीह यीशु में मेरे आचरण का स्मरण कराएगा, जैसे कि मैं हर स्थान पर प्रत्येक कलीसिया में सिखाता हूँ।
पौलुस की ओर से, जो परमेश्वर की इच्छा से मसीह यीशु का प्रेरित है, और भाई तीमुथियुस की ओर से परमेश्वर की उस कलीसिया के नाम जो कुरिंथुस में है, तथा सारे अखाया के सब पवित्र लोगों के नाम :
पौलुस की ओर से, जो न तो मनुष्यों की ओर से और न किसी मनुष्य के द्वारा बल्कि यीशु मसीह और उस परमेश्वर पिता के द्वारा प्रेरित नियुक्त किया गया जिसने यीशु को मृतकों में से जिलाया,
अब न कोई यहूदी है और न यूनानी, न कोई दास है और न स्वतंत्र, न कोई पुरुष है और न स्त्री; क्योंकि तुम सब मसीह यीशु में एक हो।
इस कारण मैं भी प्रभु यीशु में तुम्हारे विश्वास और सब पवित्र लोगों के प्रति तुम्हारे प्रेम के विषय में सुनकर
क्योंकि हम उसकी रचना हैं और मसीह यीशु में उन भले कार्यों के लिए सृजे गए हैं, जिन्हें परमेश्वर ने पहले से ही तैयार किया कि हम उन्हें करें।
प्रिय भाई और प्रभु में विश्वासयोग्य सेवक तुखिकुस तुम्हें सब कुछ बताएगा ताकि अब तुम भी मेरे विषय में जान सको कि मैं किस स्थिति में हूँ।
मसीह में उन पवित्र लोगों और विश्वासयोग्य भाइयों के नाम जो कुलुस्से में हैं : हमारे परमेश्वर पिता की ओर से तुम्हें अनुग्रह और शांति मिले।
वे मेमने के साथ युद्ध करेंगे पर मेमना उन पर विजयी होगा, क्योंकि वह प्रभुओं का प्रभु और राजाओं का राजा है, और जो उसके साथ हैं वे बुलाए हुए, चुने हुए और विश्वासयोग्य हैं।”
जिन दुःखों को तू भोगने वाला है उनसे मत डर। देख, शैतान तुममें से कुछ को बंदीगृह में डालने पर है कि तुम परखे जाओ; और तुम्हें दस दिन तक क्लेश उठाना होगा। मृत्यु तक विश्वासयोग्य बना रह, तो मैं तुझे जीवन का मुकुट दूँगा।
मैंजानता हूँ कि तू कहाँ रहता है—जहाँ शैतान का सिंहासन है। तू मेरे नाम को थामे रहता है और तूने उन दिनों में भी मुझ पर अपने विश्वास का इनकार नहीं किया जब मेरा विश्वासयोग्य साक्षी अंतिपास तुम्हारे बीच उस स्थान पर मार डाला गया, जहाँ शैतान का वास है।