दुष्टों ने तलवारें खींच लीं और अपने धनुष चढ़ा लिए हैं कि दीन-दरिद्रों को गिरा दें, और धर्मियों का वध करें।
2 पतरस 3:11 - नवीन हिंदी बाइबल जबकि ये सब वस्तुएँ इस प्रकार नाश होनेवाली हैं, तो तुम्हें पवित्र आचरण और भक्ति में कैसे लोग होना चाहिए, पवित्र बाइबल क्योंकि जब ये सभी वस्तुएँ इस प्रकार नष्ट होने को जा रही हैं तो सोचो तुम्हें किस प्रकार का बनना चाहिए? तुम्हें पवित्र जीवन जीना चाहिए, पवित्र जीवन जो परमेश्वर को अर्पित है तथा हर प्रकार के उत्तम कर्म करने चाहिए। Hindi Holy Bible तो जब कि ये सब वस्तुएं, इस रीति से पिघलने वाली हैं, तो तुम्हें पवित्र चाल चलन और भक्ति में कैसे मनुष्य होना चाहिए। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि यह सब इस प्रकार नष्ट होने को है, तो आप लोगों को चाहिए कि पवित्र तथा भक्तिपूर्ण जीवन व्यतीत करें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जबकि ये सब वस्तुएँ इस रीति से पिघलनेवाली हैं, तो तुम्हें पवित्र चालचलन और भक्ति में कैसे मनुष्य होना चाहिए, सरल हिन्दी बाइबल जब इन सभी वस्तुओं का इस रीति से नाश होना निश्चित है तो पवित्र चालचलन तथा भक्ति में तुम्हारा किस प्रकार के व्यक्ति होना सही है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो जबकि ये सब वस्तुएँ, इस रीति से पिघलनेवाली हैं, तो तुम्हें पवित्र चाल चलन और भक्ति में कैसे मनुष्य होना चाहिए, |
दुष्टों ने तलवारें खींच लीं और अपने धनुष चढ़ा लिए हैं कि दीन-दरिद्रों को गिरा दें, और धर्मियों का वध करें।
जो धन्यवाद का बलिदान चढ़ाता है वह मेरी महिमा करता है, और जो अपना मार्ग सीधा बनाए रखता है, उसे मैं परमेश्वर का किया हुआ उद्धार दिखाऊँगा।”
जब पृथ्वी अपने सब रहनेवालों समेत डगमगाने लगती है, तब मैं ही उसके स्तंभों को स्थिर करता हूँ। सेला।
इस पर वे आश्चर्य करके कहने लगे, “यह कैसा मनुष्य है कि आँधी और झील भी इसकी आज्ञा मानते हैं?”
समय को पहचानते हुए ऐसा ही करो, क्योंकि तुम्हारे लिए नींद से जाग उठने की घड़ी आ चुकी है। जब से हमने विश्वास किया, उस समय की अपेक्षा अब हमारा उद्धार अधिक निकट है।
रात बहुत बीत चुकी है, और दिन निकलने पर है। अतः हम अंधकार के कार्यों को त्याग दें, और ज्योति के हथियारों को धारण कर लें।
यह हमारा गर्व अर्थात् हमारे विवेक की साक्षी है कि हमने इस संसार में, विशेषकर तुम्हारे प्रति, शारीरिक ज्ञान के अनुसार नहीं बल्कि परमेश्वर के अनुग्रह के अनुसार, भक्तिपूर्ण खराई और सच्चाई से आचरण किया है।
तुम केवल इतना करो कि मसीह के सुसमाचार के योग्य जीवन बिताओ, फिर मैं चाहे आकर तुम्हें देखूँ या न भी आऊँ, मैं तुम्हारे विषय में यही सुनूँ कि तुम एक आत्मा में स्थिर हो, और एक मन होकर सुसमाचार के विश्वास के लिए मिलकर संघर्ष करते हो,
हमारी नागरिकता तो स्वर्ग की है, जहाँ से हम उद्धारकर्ता प्रभु यीशु मसीह के आने की उत्सुकतापूर्वक प्रतीक्षा करते हैं।
क्योंकि हमारा सुसमाचार तुम्हारे पास केवल शब्दों में ही नहीं बल्कि सामर्थ्य में और पवित्र आत्मा में तथा पूर्ण आश्वासन के साथ भी पहुँचा। तुम जानते ही हो कि हम तुम्हारे लिए तुम्हारे बीच किस प्रकार से रहते थे।
निस्संदेह भक्ति का यह भेद बड़ा है : वह देह में प्रकट हुआ, आत्मा के द्वारा धर्मी ठहरा, स्वर्गदूतों को दिखाई दिया, गैरयहूदियों में उसका प्रचार हुआ, जगत में उस पर विश्वास किया गया और महिमा में ऊपर उठा लिया गया।
कोई तेरी जवानी को तुच्छ न समझे, बल्कि तू वचन, आचरण, प्रेम, विश्वास और पवित्रता में विश्वासियों के लिए आदर्श बन।
परंतु हे परमेश्वर के जन, तू इन बातों से भाग; और धार्मिकता, भक्ति, विश्वास, प्रेम, धीरज और नम्रता का पीछा कर।
यदि कोई अन्य प्रकार की शिक्षा देता है, और हमारे प्रभु यीशु मसीह के खरे वचनों तथा उस शिक्षा से सहमत नहीं होता जो भक्ति के अनुसार है,
तुम्हारा जीवन लोभ-रहित हो और जो तुम्हारे पास है उसमें संतुष्ट रहो। उसने स्वयं कहा है : मैं तुझे कभी न छोड़ूँगा, और न कभी त्यागूँगा।
तुममें बुद्धिमान और समझदार कौन है? यदि कोई है तो वह अपने कार्यों को अच्छे आचरण के द्वारा उस नम्रता में प्रकट करे जो ज्ञान से उत्पन्न होती है।
परंतु जैसा तुम्हारा बुलानेवाला पवित्र है वैसे ही तुम भी अपने समस्त आचरण में पवित्र बनो,
अन्य लोगों के बीच तुम्हारा आचरण भला रहे, ताकि वे जिस विषय में तुम्हें कुकर्मी कहकर तुम्हारी निंदा करते हैं, वे कृपादृष्टि के दिन तुम्हारे भले कार्यों को देखकर परमेश्वर की महिमा करें।
प्रभु यीशु के ईश्वरीय सामर्थ्य ने हमें जीवन और भक्ति के विषय में सब कुछ दिया है। यह सब उसकी पहचान के द्वारा हुआ जिसने अपनी महिमा और सद्गुण के द्वारा हमें बुलाया है;
परंतु प्रभु का दिन चोर के समान आएगा। उस दिन आकाश बड़ी गर्जन के साथ मिट जाएगा, तत्त्व जलकर पिघल जाएँगे और पृथ्वी तथा उस पर किए गए कार्य भस्म हो जाएँगे।
और कैसे परमेश्वर के दिन के शीघ्र आने की प्रतीक्षा करनी चाहिए! उस दिन के कारण आकाश आग से जलकर नष्ट हो जाएगा और उसके तत्त्व प्रचंड ताप के कारण पिघल जाएँगे।