यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त कर ले परंतु अपने प्राण की हानि उठाए तो उसे क्या लाभ होगा? या मनुष्य अपने प्राण के बदले क्या देगा?
2 तीमुथियुस 2:14 - नवीन हिंदी बाइबल उन्हें इन बातों का स्मरण करा और परमेश्वर के सामने उनको चेतावनी दे कि शब्दों को लेकर वाद-विवाद न करें, क्योंकि इससे कोई लाभ नहीं बल्कि सुननेवालों का विनाश ही होता है। पवित्र बाइबल लोगों को इन बातों का ध्यान दिलाते रहो और परमेश्वर को साक्षी करके उन्हें सावधान करते रहो कि वे शब्दों को लेकर लड़ाई झगड़ा न करें। ऐसे लड़ाई झगड़ों से कोई लाभ नहीं होता, बल्कि इन्हें जो सुनते हैं, वे भी नष्ट हो जाते हैं। Hindi Holy Bible इन बातों की सुधि उन्हें दिला, और प्रभु के साम्हने चिता दे, कि शब्दों पर तर्क-वितर्क न किया करें, जिन से कुछ लाभ नहीं होता; वरन सुनने वाले बिगड़ जाते हैं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) लोगों को इन बातों का स्मरण दिलाते रहो और परमेश्वर को साक्षी बना कर उन से अनुरोध करो कि निरे शब्दों के विषय में वाद-विवाद न करें। इससे कोई लाभ नहीं होता, बल्कि यह सुननेवालों के विनाश का कारण बन जाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इन बातों की सुधि उन्हें दिला और प्रभु के सामने चिता दे कि शब्दों पर तर्क–वितर्क न किया करें, जिनसे कुछ लाभ नहीं होता वरन् सुननेवाले बिगड़ जाते हैं। सरल हिन्दी बाइबल उन्हें इन विषयों की याद दिलाते रहो. परमेश्वर की उपस्थिति में उन्हें चेतावनी दो कि वे शब्दों पर वाद-विवाद न किया करें. इससे किसी का कोई लाभ नहीं होता परंतु इससे सुननेवालों का विनाश ही होता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इन बातों की सुधि उन्हें दिला, और प्रभु के सामने चिता दे, कि शब्दों पर तर्क-वितर्क न किया करें, जिनसे कुछ लाभ नहीं होता; वरन् सुननेवाले बिगड़ जाते हैं। |
यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त कर ले परंतु अपने प्राण की हानि उठाए तो उसे क्या लाभ होगा? या मनुष्य अपने प्राण के बदले क्या देगा?
और कहा, “हे सारे छल और सारी धूर्तता से भरे हुए शैतान की संतान, समस्त धार्मिकता के शत्रु! क्या तू प्रभु के सीधे मार्गों को टेढ़ा करना नहीं छोड़ेगा?
हमने सुना है कि हममें से कुछ लोगों ने जाकर अपनी बातों से तुम्हें विचलित और तुम्हारे मनों को अस्थिर कर दिया है, जब कि हमने उन्हें ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था।
अब जो विश्वास में निर्बल है उसे ग्रहण करो, परंतु उसके विचारों पर विवाद करने के लिए नहीं।
वास्तव में दूसरा सुसमाचार तो है ही नहीं; परंतु कुछ लोग हैं जो तुम्हें विचलित करते हैं और मसीह के सुसमाचार को बिगाड़ना चाहते हैं।
इसलिए मैं यह कहता हूँ और प्रभु में समझाता हूँ कि जैसे अन्य लोग अपने मन की अनर्थ रीति पर चलते हैं, वैसे तुम अब से न चलना।
इसलिए, अब हे भाइयो, हम प्रभु यीशु में तुमसे विनती करते और तुम्हें प्रोत्साहित करते हैं कि जैसे तुमने हमसे योग्य चाल चलना और परमेश्वर को प्रसन्न करना सीखा है—और जैसे तुम चलते भी हो—वैसे ही इनमें और अधिक बढ़ते जाओ।
हे भाइयो, हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से अब हम तुम्हें आज्ञा देते हैं कि तुम ऐसे प्रत्येक भाई से दूर रहो जो अनुचित चाल चलता है और उस शिक्षा के अनुसार नहीं चलता जो तुमने हमसे पाई है।
और न ही उन कल्पित कथाओं और अंतहीन वंशावलियों पर ध्यान दें, जो विश्वास पर आधारित परमेश्वर के प्रबंध की अपेक्षा व्यर्थ विवादों को बढ़ावा देती हैं।
क्योंकि शारीरिक व्यायाम से थोड़ा ही लाभ होता है, परंतु भक्ति सब बातों में लाभदायक है, और इसमें वर्तमान और आने वाले जीवन की प्रतिज्ञा पाई जाती है।
मैं परमेश्वर और मसीह यीशु तथा चुने हुए स्वर्गदूतों को उपस्थित जानकर तुझे दृढ़तापूर्वक आदेश देता हूँ कि तू इन बातों का पालन बिना किसी भेदभाव के कर और पक्षपात से कुछ न कर।
मैं सब के जीवनदाता परमेश्वर की उपस्थिति में और मसीह यीशु की उपस्थिति में जिसने पुंतियुस पिलातुस के सामने उत्तम साक्षी दी, तुझे यह आज्ञा देता हूँ,
इसी कारण मैं तुझे स्मरण दिलाता हूँ कि परमेश्वर के उस वरदान को जो मेरे हाथ रखने के द्वारा तुझे प्राप्त हुआ है, प्रज्ज्वलित कर।
मूर्खता और अज्ञानता के विवादों से दूर रह, क्योंकि तू जानता है कि इनसे झगड़े उत्पन्न होते हैं।
मैं परमेश्वर और मसीह यीशु को, जो जीवितों और मृतकों का न्याय करेगा, साक्षी मानकर और मसीह के प्रकट होने और उसके राज्य की सुधि दिलाकर तुझे दृढ़तापूर्वक आदेश देता हूँ :
लोगों को स्मरण दिला कि वे शासकों और अधिकारियों की अधीनता में रहें, और उनकी आज्ञा मानें, तथा हर भले कार्य के लिए तैयार रहें।
तुम भिन्न-भिन्न प्रकार की विचित्र शिक्षाओं के द्वारा भरमाए न जाओ; क्योंकि मन का अनुग्रह से दृढ़ रहना भला है, न कि उन भोजन संबंधी नियमों से जिनका पालन करनेवाले लोगों को कुछ लाभ नहीं हुआ।
मैं यह उचित समझता हूँ कि जब तक इस डेरे में हूँ तब तक तुम्हें इन बातों का स्मरण दिलाकर उत्साहित करता रहूँ।