तब यहोवा ने मूसा से कहा, “देखो, मैं तुम लोगों के लिए आकाश से भोजन-वस्तु बरसाऊँगा, और लोग प्रतिदिन बाहर जाकर दिन भर का भोजन बटोरेंगे। इस प्रकार मैं उनकी परीक्षा करूँगा कि क्या वे मेरी व्यवस्था पर चलते हैं या नहीं।
2 कुरिन्थियों 2:9 - नवीन हिंदी बाइबल मैंने तुम्हें इसलिए भी लिखा था कि तुम्हें परखकर जान लूँ कि तुम सब बातों में आज्ञाकारी हो या नहीं। पवित्र बाइबल यह मैंने तुम्हें यह देखने के लिये लिखा है कि तुम परीक्षा में पूरे उतरते हो कि नहीं और सब बातों में आज्ञाकारी रहोगे या नहीं। Hindi Holy Bible क्योंकि मैं ने इसलिये भी लिखा था, कि तुम्हें परख लूं, कि सब बातों के मानने के लिये तैयार हो, कि नहीं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने आपकी परीक्षा लेने के उद्देश्य से भी लिखा था। मैं यह जानना चाहता था कि आप सभी बातों में आज्ञाकारी हैं या नहीं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि मैं ने इसलिये भी लिखा था कि तुम्हें परख लूँ कि तुम मेरी सब बातों के मानने के लिये तैयार हो कि नहीं। सरल हिन्दी बाइबल यह पत्र मैंने यह जानने के उद्देश्य से भी लिखा है कि तुम सब विषयों में आज्ञाकारी हो या नहीं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि मैंने इसलिए भी लिखा था, कि तुम्हें परख लूँ, कि तुम सब बातों के मानने के लिये तैयार हो, कि नहीं। |
तब यहोवा ने मूसा से कहा, “देखो, मैं तुम लोगों के लिए आकाश से भोजन-वस्तु बरसाऊँगा, और लोग प्रतिदिन बाहर जाकर दिन भर का भोजन बटोरेंगे। इस प्रकार मैं उनकी परीक्षा करूँगा कि क्या वे मेरी व्यवस्था पर चलते हैं या नहीं।
और तैयार रहते हैं कि जब तुम्हारी आज्ञाकारिता पूरी हो जाए, तो सब प्रकार के आज्ञा-उल्लंघन को दंडित करें।
और मैंने यह बात इसलिए लिखी है कि जब मैं आऊँ मुझे उनसे दुःख न पहुँचे जिनसे मुझे आनंद मिलना चाहिए, क्योंकि मुझे तुम सब पर भरोसा है कि जो आनंद मेरा है वही तुम सब का भी है।
मैंने बड़े कष्ट और हृदय की वेदना के साथ आँसू बहा बहाकर तुम्हें लिखा था, इसलिए नहीं कि तुम्हें दुःख पहुँचे बल्कि इसलिए कि तुम मेरे उस गहरे प्रेम को जान सको जो तुम्हारे प्रति है।
कि क्लेश की कठिन परीक्षा में उनका अपार आनंद और घोर दरिद्रता में उनकी बड़ी उदारता उमड़ पड़ी।
अतः कलीसियाओं के सामने उन्हें अपने प्रेम का प्रमाण दो और उस गर्व का भी जो हम तुम पर करते हैं।
अतः हे मेरे प्रियो, जिस प्रकार तुमने सदैव आज्ञा मानी, उसी प्रकार केवल मेरी उपस्थिति में ही नहीं बल्कि अनुपस्थिति में भी, उससे और भी अधिक डरते और काँपते हुए अपने-अपने उद्धार का कार्य पूरा करो;
परंतु तुम उसकी योग्यता से परिचित हो कि जैसे पुत्र अपने पिता के साथ करता है, वैसे ही उसने मेरे साथ सुसमाचार की सेवा की है।
यदि कोई इस पत्र में लिखी हमारी बातों को न माने तो उससे सतर्क रहना और उसके साथ संगति न रखना, ताकि वह लज्जित हो।
मैंने तेरे आज्ञाकारी होने का भरोसा करते हुए तुझे लिखा है, और यह जानता हूँ कि जो मैं कहता हूँ तू उससे बढ़कर करेगा।