1 यूहन्ना 3:10 - नवीन हिंदी बाइबल इसी से परमेश्वर की संतान और शैतान की संतान की पहचान होती है; प्रत्येक जो धार्मिकता पर नहीं चलता, वह परमेश्वर से नहीं, और न ही वह जो अपने भाई से प्रेम नहीं रखता। पवित्र बाइबल परमेश्वर की संतान कौन है? और शैतान के बच्चे कौन से हैं? तुम उन्हें इस प्रकार जान सकते हो: प्रत्येक वह व्यक्ति जो धर्म पर नहीं चलता और अपने भाई को प्रेम नहीं करता, परमेश्वर का नहीं है। Hindi Holy Bible इसी से परमेश्वर की सन्तान, और शैतान की सन्तान जाने जाते हैं; जो कोई धर्म के काम नहीं करता, वह परमेश्वर से नहीं, और न वह, जो अपने भाई से प्रेम नहीं रखता। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर की सन्तान और शैतान की सन्तान की पहचान यह है: जो भी व्यक्ति धर्माचरण नहीं करता, वह परमेश्वर की सन्तान नहीं है और वह भी नहीं, जो अपने भाई अथवा बहिन से प्रेम नहीं करता। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसी से परमेश्वर की सन्तान और शैतान की सन्तान जाने जाते हैं; जो कोई धर्म के काम नहीं करता वह परमेश्वर से नहीं, और न वह जो अपने भाई से प्रेम नहीं रखता। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर की संतान व शैतान की संतान की पहचान इसी से हो जाती है: कोई भी व्यक्ति, जिसका जीवन धर्मी नहीं है, परमेश्वर से नहीं है और न ही वह, जिसे अपने भाई से प्रेम नहीं है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसी से परमेश्वर की सन्तान, और शैतान की सन्तान जाने जाते हैं; जो कोई धार्मिकता नहीं करता, वह परमेश्वर से नहीं, और न वह जो अपने भाई से प्रेम नहीं रखता। |
परंतु तुम अपने शत्रुओं से प्रेम रखो और भलाई करो, तथा वापस पाने की आशा न रखकर उधार दो; और तुम्हारा प्रतिफल बड़ा होगा, और तुम परमप्रधान के पुत्र ठहरोगे, क्योंकि वह उन पर जो धन्यवाद नहीं करते और दुष्टों पर भी कृपा करता है।
परंतु जितनों ने उसे ग्रहण किया, अर्थात् जो उसके नाम पर विश्वास करते हैं, उसने उन्हें परमेश्वर की संतान होने का अधिकार दिया।
और न केवल उस जाति के लिए बल्कि इसलिए भी कि परमेश्वर की तितर-बितर हुई संतानों को एक कर दे।
तुम अपने पिता शैतान की ओर से हो और अपने पिता की लालसाओं को पूरा करना चाहते हो। वह आरंभ से ही हत्यारा है और सत्य पर कभी स्थिर नहीं रहा, क्योंकि उसमें सत्य नहीं है। जब वह झूठ बोलता है तो अपने स्वभाव से बोलता है, क्योंकि वह झूठा है और झूठ का पिता है।
जो परमेश्वर की ओर से है वह परमेश्वर के वचनों को सुनता है। तुम इसलिए नहीं सुनते क्योंकि तुम परमेश्वर की ओर से नहीं हो।”
और कहा, “हे सारे छल और सारी धूर्तता से भरे हुए शैतान की संतान, समस्त धार्मिकता के शत्रु! क्या तू प्रभु के सीधे मार्गों को टेढ़ा करना नहीं छोड़ेगा?
आपस के प्रेम को छोड़ किसी बात में किसी के ऋणी न बनो; क्योंकि जो दूसरे से प्रेम रखता है उसने व्यवस्था को पूरा किया है।
परंतु हमारे इस निर्देश का लक्ष्य वह प्रेम है जो शुद्ध मन और खरे विवेक और निष्कपट विश्वास से उत्पन्न होता है,
यदि तुम जानते हो कि वह धर्मी है, तो यह भी जानते हो कि प्रत्येक जो धार्मिकता का कार्य करता है वह उससे उत्पन्न हुआ है।
देखो, पिता ने हमसे कैसा प्रेम किया है कि हम परमेश्वर की संतान कहलाएँ, और हम हैं भी। इस कारण संसार हमें नहीं जानता क्योंकि संसार ने उसे भी नहीं जाना।
प्रियो, हम अब परमेश्वर की संतान हैं, परंतु अभी तक यह प्रकट नहीं हुआ कि हम क्या होंगे। हम यह जानते हैं कि जब वह प्रकट होगा तो हम उसके समान हो जाएँगे, क्योंकि हम उसे वैसा ही देखेंगे जैसा वह है।
हमें उससे यह आज्ञा मिली है कि जो परमेश्वर से प्रेम रखता है वह अपने भाई से भी प्रेम रखे।
हम परमेश्वर के हैं। जो परमेश्वर को जानता है वह हमारी सुनता है, जो परमेश्वर का नहीं है वह हमारी नहीं सुनता। इसी से हम सत्य के आत्मा और भ्रम की आत्मा को जान लेते हैं।
जब हम परमेश्वर से प्रेम रखते और उसकी आज्ञाओं पर चलते हैं, तो इससे हम जानते हैं कि हम परमेश्वर की संतानों से भी प्रेम रखते हैं।
हे प्रिय, बुराई का नहीं बल्कि भलाई का अनुकरण कर। जो भलाई करता है वह परमेश्वर से है; पर जो बुराई करता है उसने परमेश्वर को नहीं देखा।