अब उन बातों के विषय में जो तुमने लिखी हैं : पुरुष के लिए अच्छा यह है कि वह स्त्री को न छुए।
1 कुरिन्थियों 7:40 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु मेरे विचार से जैसी वह है, यदि वैसी ही रहे तो और भी धन्य है; और मैं समझता हूँ कि मुझमें भी परमेश्वर का आत्मा है। पवित्र बाइबल पर यदि जैसी वह है, वैसी ही रहती है तो अधिक प्रसन्न रहेगी। यह मेरा विचार है। और मैं सोचता हूँ कि मुझमें भी परमेश्वर के आत्मा का ही निवास है। Hindi Holy Bible परन्तु जेसी है यदि वैसी ही रहे, तो मेरे विचार में और भी धन्य है, और मैं समझता हूं, कि परमेश्वर का आत्मा मुझ में भी है॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फिर भी यदि वह वैसी ही रह जाये, तो वह अधिक धन्य है। यह मेरा विचार है और मुझे विश्वास है कि परमेश्वर का आत्मा मुझमें भी विद्यमान है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु जैसी है यदि वैसी ही रहे, तो मेरे विचार में और भी धन्य है; और मैं समझता हूँ कि परमेश्वर का आत्मा मुझ में भी है। सरल हिन्दी बाइबल मेरा व्यक्तिगत मत यह है कि वह स्त्री उसी स्थिति में बनी रहे, जिसमें वह इस समय है. वह इसी स्थिति में सुखी रहेगी. मुझे विश्वास है कि मुझमें भी परमेश्वर का आत्मा वास करता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु जैसी है यदि वैसी ही रहे, तो मेरे विचार में और भी धन्य है, और मैं समझता हूँ, कि परमेश्वर का आत्मा मुझ में भी है। |
अब उन बातों के विषय में जो तुमने लिखी हैं : पुरुष के लिए अच्छा यह है कि वह स्त्री को न छुए।
मैं यह तुम्हारे ही लाभ के लिए कहता हूँ—तुम्हें बंधन में बाँधने के लिए नहीं, बल्कि इसलिए कि जो शोभा देता है वही हो और तुम एक चित्त होकर प्रभु की सेवा में लगे रहो।
परंतु मैं अविवाहितों और विधवाओं से कहता हूँ : यदि वे वैसे ही रहें जैसा मैं हूँ, तो उनके लिए अच्छा है।
मैं मूर्ख बन गया हूँ, तुमने ही मुझे इसके लिए विवश किया है; वास्तव में तुम्हें तो मेरी प्रशंसा करनी चाहिए थी। यद्यपि मैं कुछ भी नहीं हूँ, फिर भी उन महाप्रेरितों से किसी भी प्रकार से कम नहीं हूँ।
क्योंकि तुम तो इसका प्रमाण चाहते हो कि मसीह मेरे द्वारा बोलता है, और वह तुम्हारे लिए निर्बल नहीं बल्कि तुम्हारे बीच सामर्थी है।
मैं इस विषय में एक सलाह देता हूँ : यह तुम्हारे लिए अर्थात् उनके लिए लाभदायक है, जिन्होंने पिछले वर्ष से केवल यह कार्य करना ही नहीं बल्कि इसकी इच्छा रखना भी आरंभ किया।
इसलिए जो इसे अस्वीकार करता है वह मनुष्य को नहीं बल्कि परमेश्वर को अस्वीकार करता है, जो तुम्हें अपना पवित्र आत्मा देता है।