फिर वे अम्फिपुलिस और अपुल्लोनिया होकर थिस्सलुनीके में आए, जहाँ यहूदियों का एक आराधनालय था।
1 कुरिन्थियों 2:3 - नवीन हिंदी बाइबल मैं निर्बलता और भय में और बहुत काँपते हुए तुम्हारे साथ रहा, पवित्र बाइबल सो मैं दीनता के साथ भय से पूरी तरह काँपता हुआ तुम्हारे पास आया। Hindi Holy Bible और मैं निर्बलता और भय के साथ, और बहुत थरथराता हुआ तुम्हारे साथ रहा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वास्तव में मैं आप लोगों के बीच रहते समय दुर्बल, संकोची और बहुत डरा हुआ था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं निर्बलता और भय के साथ, और बहुत थरथराता हुआ तुम्हारे साथ रहा; सरल हिन्दी बाइबल जब मैं तुम्हारे बीच था, मैं निर्बल था—भयभीत और थरथराता हुआ. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मैं निर्बलता और भय के साथ, और बहुत थरथराता हुआ तुम्हारे साथ रहा। |
फिर वे अम्फिपुलिस और अपुल्लोनिया होकर थिस्सलुनीके में आए, जहाँ यहूदियों का एक आराधनालय था।
परंतु जब गल्लियो अखाया का राज्यपाल था, तो यहूदी एकजुट होकर पौलुस पर चढ़ आए और उसे न्यायासन के सामने लाकर कहा,
परंतु जब वे उसका विरोध और निंदा करने लगे तो उसने अपने वस्त्र झाड़ते हुए उनसे कहा, “तुम्हारा लहू तुम्हारे सिर पर हो; मैं निर्दोष हूँ। अब से मैं गैरयहूदियों के पास जाऊँगा।”
अब मैं, पौलुस, जो तुम्हारे बीच होने पर तो दीन परंतु न होने पर तुम्हारे प्रति साहसी हूँ, स्वयं मसीह की नम्रता और कोमलता में तुमसे आग्रह करता हूँ।
क्योंकि कोई तो कहता है, “उसके पत्र तो गंभीर और प्रभावशाली होते हैं, परंतु उसकी व्यक्तिगत उपस्थिति प्रभावहीन और उसका प्रवचन व्यर्थ है।”
वास्तव में वह निर्बलता में क्रूस पर चढ़ाया तो गया, फिर भी परमेश्वर के सामर्थ्य से जीवित है। हम भी उसमें निर्बल तो हैं, परंतु परमेश्वर के उस सामर्थ्य से जो तुम्हारे लिए है, हम उसके साथ जीएँगे।
जब हम निर्बल और तुम बलवान होते हो तो हम आनंदित होते हैं; और यह प्रार्थना भी करते हैं कि तुम सिद्ध हो जाओ।
इसलिए हम निराश नहीं होते। यद्यपि हमारा बाहरी मनुष्यत्व नष्ट होता जाता है, फिर भी हमारा भीतरी मनुष्यत्व दिन-प्रतिदिन नया होता जाता है।
बल्कि हम हर बात में परमेश्वर के सेवकों के समान अपने आपको प्रस्तुत करते हैं, अर्थात् बड़े धीरज के साथ क्लेशों में, अभावों में, संकटों में,
जब वह तुम सब की आज्ञाकारिता को स्मरण करता है कि तुमने कैसे डरते और काँपते हुए उसे ग्रहण किया तो उसका प्रेम तुम्हारे प्रति और भी बढ़ता जाता है।
जब हम मकिदुनिया में आए तब भी हमारी देह को विश्राम न मिला, बल्कि चारों ओर से कष्टों से घिरे रहे—बाहर झगड़े थे तो भीतर भय।
हे दासो, जिस प्रकार तुम मसीह की आज्ञा मानते हो, उसी प्रकार अपने मन की सीधाई से डरते और काँपते हुए अपने शारीरिक स्वामियों की आज्ञा भी मानो।