ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




लैव्यव्यवस्था 14:30 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

तब वह पंडुक या कबूतरी के बच्चों में से जो वह ला सका हो एक को चढ़ाए,

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

“तब व्यक्ति फाख्तों में से एक या कबूतर के बच्चों में से एक की बलि चढ़ाएगा। गरीब लोग भी इन पक्षियों को भेंट करने में समर्थ होंगे।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

तब वह पंडुकों वा कबूतरी के बच्चों में से जो वह ला सका हो एक को चढ़ाए,

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

तत्‍पश्‍चात् वह पण्‍डुक, अथवा कबूतर के बच्‍चे, जिन्‍हें शुद्ध होने वाला व्यक्‍ति ला सकता है, अन्न-बलि के साथ चढ़ाएगा :

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

तब वह पंडुकों या कबूतरी के बच्‍चों में से जो वह ला सका हो एक को चढ़ाए,

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

तब पंडुकों या कबूतर के बच्‍चों में से, जो भी वह ला सकता हो, एक को चढ़ाए।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

इसके बाद पुरोहित एक कबूतर अथवा एक युवा कबूतर, जो भी वह व्यक्ति देने में समर्थ हो, भेंट करे;

अध्याय देखें



लैव्यव्यवस्था 14:30
8 क्रॉस रेफरेंस  

और यदि उसके पास भेड़ या बकरी देने की पूँजी न हो, तो दो पिण्डुकी या कबूतरी के दो बच्चे, एक तो होमबलि और दूसरा पापबलि के लिये दे; और याजक उसके लिये प्रायश्चित करे, तब वह शुद्ध ठहरेगी।” (लूका 2:24)


और दो पंडुक, या कबूतरी के दो बच्चे लाए, जो वह ला सके; और इनमें से एक तो पापबलि के लिये और दूसरा होमबलि के लिये हो।


और जो तेल याजक की हथेली पर रह जाए उसे वह शुद्ध ठहरनेवाले के लिये यहोवा के सामने प्रायश्चित करने को उसके सिर पर डाल दे।


अर्थात् जो पक्षी वह ला सका हो, उनमें से वह एक को पापबलि के लिये और अन्नबलि समेत दूसरे को होमबलि के लिये चढ़ाए; इस रीति से याजक शुद्ध ठहरनेवाले के लिये यहोवा के सामने प्रायश्चित करे।


“पर यदि उसे भेड़ या बकरी देने की सामर्थ्य न हो, तो अपने पाप के कारण दो पिण्डुक या कबूतरी के दो बच्चे दोषबलि चढ़ाने के लिये यहोवा के पास ले आए, उनमें से एक तो पापबलि के लिये और दूसरा होमबलि के लिये।


और प्रभु की व्यवस्था के वचन के अनुसार, “पण्‍डुकों का एक जोड़ा, या कबूतर के दो बच्चे लाकर बलिदान करें।” (लैव्य. 12:8)


क्योंकि जो काम व्यवस्था शरीर के कारण दुर्बल होकर न कर सकी, उसको परमेश्वर ने किया, अर्थात् अपने ही पुत्र को पापमय शरीर की समानता में, और पाप के बलिदान होने के लिये भेजकर, शरीर में पाप पर दण्ड की आज्ञा दी।