भजन संहिता 107:1 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करुणा सदा की है! पवित्र बाइबल यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह उत्तम है। उसका प्रेम अमर है। Hindi Holy Bible यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा की है! पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु की सराहना करो, क्योंकि वह भला है; क्योंकि उसकी करुणा सदा बनी रहती है! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करुणा सदा की है! नवीन हिंदी बाइबल यहोवा का धन्यवाद करो क्योंकि वह भला है, और उसकी करुणा सदा की है! सरल हिन्दी बाइबल याहवेह का धन्यवाद करो, वे भले हैं; उनकी करुणा सदा की है. |
और उनके संग उसने हेमान और यदूतून और दूसरों को भी जो नाम लेकर चुने गए थे ठहरा दिया, कि यहोवा की सदा की करुणा के कारण उसका धन्यवाद करें।
तब उसने प्रजा के साथ सम्मति करके कितनों को ठहराया, जो कि पवित्रता से शोभायमान होकर हथियार-बन्दों के आगे-आगे चलते हुए यहोवा के गीत गाएँ, और यह कहते हुए उसकी स्तुति करें, “यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि उसकी करुणा सदा की है।”
और जब तुरहियां बजानेवाले और गानेवाले एक स्वर से यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे, और तुरहियां, झाँझ आदि बाजे बजाते हुए यहोवा की यह स्तुति ऊँचे शब्द से करने लगे, “वह भला है और उसकी करुणा सदा की है,” तब यहोवा के भवन में बादल छा गया,
और जब आग गिरी और यहोवा का तेज भवन पर छा गया, तब सब इस्राएली देखते रहे, और फर्श पर झुककर अपना-अपना मुँह भूमि की ओर किए हुए दण्डवत् किया, और यह कहकर यहोवा का धन्यवाद किया, “वह भला है, उसकी करुणा सदा की है।”
याजक अपना-अपना कार्य करने को खड़े रहे, और लेवीय भी यहोवा के गीत गाने के लिये वाद्ययंत्र लिये हुए खड़े थे, जिन्हें दाऊद राजा ने यहोवा की सदा की करुणा के कारण उसका धन्यवाद करने को बनाकर उनके द्वारा स्तुति कराई थी; और इनके सामने याजक लोग तुरहियां बजाते रहे; और सब इस्राएली खड़े रहे।
क्योंकि यहोवा भला है, उसकी करुणा सदा के लिये, और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है।
परन्तु यहोवा की करुणा उसके डरवैयों पर युग-युग, और उसका धर्म उनके नाती-पोतों पर भी प्रगट होता रहता है, (लूका 1:50)
यहोवा का धन्यवाद करो, उससे प्रार्थना करो, देश-देश के लोगों में उसके कामों का प्रचार करो!
उसने उससे कहा, “तू मुझसे भलाई के विषय में क्यों पूछता है? भला तो एक ही है; पर यदि तू जीवन में प्रवेश करना चाहता है, तो आज्ञाओं को माना कर।”