नीतिवचन 11:5 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019
खरे मनुष्य का मार्ग धर्म के कारण सीधा होता है, परन्तु दुष्ट अपनी दुष्टता के कारण गिर जाता है।
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नेकी निर्दोषों के हेतु मार्ग सरल—सीधा बनाती है, किन्तु दुष्ट जन को उसकी अपनी ही दुष्टता धूलें चटा देती।
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खरे मनुष्य का मार्ग धर्म के कारण सीधा होता है, परन्तु दुष्ट अपनी दुष्टता के कारण गिर जाता है।
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निर्दोष मनुष्य अपनी धार्मिकता के कारण अपने जीवनमार्ग में सीधा चलता है। किन्तु दुर्जन की दुर्जनता के कारण उसका पतन हो जाता है।
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खरे मनुष्य का मार्ग धर्म के कारण सीधा होता है, परन्तु दुष्ट अपनी दुष्टता के कारण गिर जाता है।
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निर्दोष व्यक्ति की धार्मिकता उसके मार्ग को सीधा करती है, परंतु दुष्ट अपनी ही दुष्टता के कारण गिरता है।
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निर्दोष की धार्मिकता ही उसके मार्ग को सीधा बना देती है, किंतु दुष्ट अपनी ही दुष्टता के कारण नाश में जा पड़ता है.
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