वह पहाड़ पर परमेश्वर के भक्त के पास पहुँची, और उसके पाँव पकड़ने लगी, तब गेहजी उसके पास गया, कि उसे धक्का देकर हटाए, परन्तु परमेश्वर के भक्त ने कहा, “उसे छोड़ दे, उसका मन व्याकुल है; परन्तु यहोवा ने मुझ को नहीं बताया, छिपा ही रखा है।”
अय्यूब 3:20 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “दुःखियों को उजियाला, और उदास मनवालों को जीवन क्यों दिया जाता है? पवित्र बाइबल “कोई दु:खी व्यक्ति और अधिक यातनाएँ भोगता जीवित क्यों रहें? ऐसे व्यक्ति को जिस का मन कड़वाहट से भरा रहता है क्यों जीवन दिया जाता है? Hindi Holy Bible दु:खियों को उजियाला, और उदास मन वालों को जीवन क्यों दिया जाता है? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘जो दु:ख में है,उसे जीवन का प्रकाश क्यों दिया जाता है? जिसका पैर कबर में लटका है, उसे जीवन क्यों मिलता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “दु:खियों को उजियाला, और उदास मनवालों को जीवन क्यों दिया जाता है? सरल हिन्दी बाइबल “जो पीड़ा में पड़ा हुआ है, उसे प्रकाश का क्या लाभ, तथा उसको जीवन क्यों देना है, जिसकी आत्मा कड़वाहट से भर चुकी हो, |
वह पहाड़ पर परमेश्वर के भक्त के पास पहुँची, और उसके पाँव पकड़ने लगी, तब गेहजी उसके पास गया, कि उसे धक्का देकर हटाए, परन्तु परमेश्वर के भक्त ने कहा, “उसे छोड़ दे, उसका मन व्याकुल है; परन्तु यहोवा ने मुझ को नहीं बताया, छिपा ही रखा है।”
या मैं असमय गिरे हुए गर्भ के समान हुआ होता, या ऐसे बच्चों के समान होता जिन्होंने उजियाले को कभी देखा ही न हो।
मैं क्यों उत्पात और शोक भोगने के लिये जन्मा और कि अपने जीवन में परिश्रम और दुःख देखूँ, और अपने दिन नामधराई में व्यतीत करूँ?