2 इतिहास 32:27 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019
हिजकिय्याह को बहुत ही धन और वैभव मिला; और उसने चाँदी, सोने, मणियों, सुगन्ध-द्रव्य, ढालों और सब प्रकार के मनभावने पात्रों के लिये भण्डार बनवाए।
अध्याय देखें
हिजकिय्याह को बहुत धन औऱ सम्मान प्राप्त था। उसने चाँदी, सोने, कीमती रत्न, मसालें, ढालें और सभी प्रकार की चीज़ों के रखने के लिये स्थान बनाए।
अध्याय देखें
और हिजकिय्याह को बहुत ही धन और वैभव मिला; और उसने चान्दी, सोने, मणियों, सुगन्धद्रव्य, ढालों और सब प्रकार के मनभावने पात्रों के लिये भणडार बनवाए।
अध्याय देखें
राजा हिजकियाह अत्यन्त समृद्ध और वैभवशाली था। उसने चांदी, सोना, मणि, मसाले, ढाल तथा सब प्रकार के बहुमूल्य पात्रों के लिए भण्डारगृह बनाए थे।
अध्याय देखें
हिजकिय्याह को बहुत ही धन और वैभव मिला; और उसने चाँदी, सोने, मणियों, सुगन्धद्रव्य, ढालों और सब प्रकार के मनभावने पात्रों के लिये भण्डार बनवाए।
अध्याय देखें
हिज़किय्याह अब बहुत धनी और प्रतिष्ठित हो चुका था. उसने अपने लिए चांदी, सोने, रत्नों, मसालों, ढालों और सभी प्रकार की कीमती सामग्री के रखने के लिए भंडार बनवाए.
अध्याय देखें