तितुस 2:3 - उर्दू हमअस्र तरजुमा3 इसी तरह बुज़ुर्ग ख़्वातीन को हिदायत दो के वह भी मुक़द्दसीन की सी ज़िन्दगी बसर करें और तोहमत लगाने वाली और शराब पीने वाली न हों बल्के अच्छी बातों की तालीम देने वाली हों। Faic an caibideilइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20193 इसी तरह बूढ़ी 'औरतों की भी वज़'अ मुक़द्दसों सी हों, इल्ज़ाम लगाने वाली और ज़्यादा मय पीने में मशग़ूल न हों, बल्कि अच्छी बातें सिखाने वाली हों; Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस3 इसी तरह बुज़ुर्ग ख़वातीन को हिदायत देना कि वह मुक़द्दसीन की-सी ज़िंदगी गुज़ारें। न वह तोहमत लगाएँ न शराब की ग़ुलाम हों। इसके बजाए वह अच्छी तालीम देने के लायक़ हों Faic an caibideil |