मुकाशफ़ा 3:1 - उर्दू हमअस्र तरजुमा1 “सरदीस की जमाअत के फ़रिश्ते को लिख: जिस के पास ख़ुदा की सात रूहें यानी पाक रूह और सात सितारे हैं वह यह फ़रमाता है। मैं तुम्हारे कामों से वाक़िफ़ हूं; तू ज़िन्दा तो दिखाई देता है मगर है मुर्दा। Faic an caibideilइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20191 “और सरदीस की कलीसिया के फ़रिश्ते को ये लिख कि जिसके पास ख़ुदा की सात रूहें और सात सितारे हैं” Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस1 सरदीस में मौजूद जमात के फ़रिश्ते को यह लिख देना : यह उसका फ़रमान है जो अल्लाह की सात रूहों और सात सितारों को अपने हाथ में थामे रखता है। मैं तेरे कामों को जानता हूँ। तू ज़िंदा तो कहलाता है लेकिन है मुरदा। Faic an caibideil |
यह लोग तुम्हारे साथ महब्बत की ज़ियाफ़तों पर दाग़ हैं जिन का ज़मीर उन्हें इस में शामिल होते वक़्त थोड़ा भी मुजरिम नहीं ठहराता, ये ऐसे चरवाहे हैं जो सिर्फ़ अपना ही पेट भरते हैं। यह लोग बे पानी के उन बादलों की तरह हैं जिन्हें हवा उड़ा ले जाती है, ये पतझड़ के ऐसे दरख़्त हैं जो दो बार मर चुके हैं क्यूंके ये फलदार नहीं हैं और अपनी जड़ से उखड़े हुए हैं।