मुकाशफ़ा 18:4 - उर्दू हमअस्र तरजुमा4 फिर मैंने आसमान से एक और आवाज़ ये कहती हुई सुनी: “ ‘ऐ मेरी उम्मत के लोगों! उस में से निकल आओ,’ ताके उस के गुनाहों में शरीक न हो जाओ, और उस की आफ़तों में से कोई तुम पर न आ जाये; Faic an caibideilइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 20194 फिर मैंने आसमान में किसी और को ये कहते सुना, “ऐ मेरी उम्मत के लोगो! उसमें से निकल आओं, ताकि तुम उसके गुनाहों में शरीक न हो, और उसकी आफ़तों में से कोई तुम पर न आ जाए। Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस4 फिर मैंने एक और आवाज़ सुनी। उसने आसमान की तरफ़ से कहा, “ऐ मेरी क़ौम, उसमें से निकल आ, ताकि तुम उसके गुनाहों में शरीक न हो जाओ और उस की बलाएँ तुम पर न आएँ। Faic an caibideil |