जिस के कान हों वह सुने के पाक रूह जमाअतों से किया फ़रमाता है। जो ग़ालिब आयेगा, मैं उसे पोशीदा मन्न में से कुछ दूंगा। मैं उसे एक सफ़ैद पत्थर भी दूंगा जिस पर एक नया नाम लिख्खा होगा, जिस का इल्म उस के पाने वाले के सिवा और किसी को न होगा।
जिस के कान हों वह सुने के पाक रूह जमाअतों से क्या फ़रमाता है। जो ग़ालिब आयेगा मैं उसे उस शजरे हयात का फल खाने के लिये दूंगा जो ख़ुदा के फ़िरदौस में है।