मुकाशफ़ा 13:10 - उर्दू हमअस्र तरजुमा10 “अगर कोई असीरी के लिये है, तो वो असीरी में जायेगा अगर कोई तलवार से क़त्ल करेगा, वो तलवार ही से क़त्ल किया जायेगा” इस का मतलब है के ख़ुदा के मुक़द्दसीन को सब्र और ईमान पर क़ाइम रहना ज़रूरी है। Faic an caibideilइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 201910 जिसको क़ैद होने वाली है, वो क़ैद में पड़ेगा। जो कोई तलवार से क़त्ल करेगा, वो ज़रूर तलवार से क़त्ल किया जाएगा। पाक लोग के सब्र और ईमान का यही मौक़ा' है। Faic an caibideilकिताब-ए मुक़द्दस10 अगर किसी को क़ैदी बनना है तो वह क़ैदी ही बनेगा। अगर किसी को तलवार की ज़द में आकर मरना है तो वह ऐसे ही मरेगा। अब मुक़द्दसीन को साबितक़दमी और वफ़ादार ईमान की ख़ास ज़रूरत है। Faic an caibideil |
जो हैवान तुम ने देखा वो पहले तो था लेकिन इस वक़्त नहीं है, और फिर दुबारा अथाह गढ़े में से निकलेगा और हलाकत का शिकार होगा। और रूए ज़मीन के वो बाशिन्दे जिन के नाम बिना-ए-आलम के वक़्त से किताब-ए-हयात में दर्ज नहीं हैं, उस हैवान को देखकर के पहले वो था और अब नहीं है लेकिन फिर दुबारा आयेगा हैरत-ज़दा हो जायेंगे।