Biblia Todo Logo
Bìoball air-loidhne

- Sanasan -




मुकाशफ़ा 11:8 - उर्दू हमअस्र तरजुमा

8 और उन की लाशें उस शहर अज़ीम के बाज़ार में पड़ी रहेंगी, उस शहर को बतौर इस्तिआरा सदूम और मिस्र का नाम दिया गया है जहां उन का ख़ुदावन्द भी उसी शहर में मस्लूब हुआ था।

Faic an caibideil Dèan lethbhreac

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 2019

8 और उनकी लाशें उस येरूशलेम के बाज़ार में पड़ी रहेंगी, जो रूहानी ऐ'तिबार से सदूम और मिस्र कहलाता है, जहाँ उनका ख़ुदावन्द भी मस्लूब हुआ था।

Faic an caibideil Dèan lethbhreac

किताब-ए मुक़द्दस

8 उनकी लाशें उस बड़े शहर की सड़क पर पड़ी रहेंगी जिसका अलामती नाम सदूम और मिसर है। वहाँ उनका आक़ा भी मसलूब हुआ था।

Faic an caibideil Dèan lethbhreac




मुकाशफ़ा 11:8
40 Iomraidhean Croise  

मैं तुम से सच कहता हूं के अदालत के दिन उस शहर की निस्बत सदूम और अमूरा के इलाक़े का हाल ज़्यादा बर्दाश्त के लाइक़ होगा।


वह ज़मीन पर गिर पड़ा और उस ने एक आवाज़ सुनी, “ऐ साऊल, ऐ साऊल, तू मुझे क्यूं सताता है?”


इसीलिये हुज़ूर ईसा ने भी उम्मत को ख़ुद अपने ख़ून से पाक करने के लिये शहर के फाटक के बाहर सलीबी मौत का दुख उठाया।


अगर वह अपने ईमान से बर्गश्तः हो जायें तो उन्हें फिर से तौबा की तरफ़ माइल करना मुम्किन नहीं। क्यूंके वह ख़ुदा के बेटे को अपनी इस हरकत से दुबारा सलीब पर मस्लूब कर उस की एलानिया बेइज़्ज़ती करते हैं।


और ख़ुदा ने सदूम और अमूरा के शहरों को मुजरिम क़रार दे कर जला कर राख कर दिया ताके आइन्दा ज़माने के लिये इबरत हो के उन के साथ कैसा सुलूक किया जायेगा।


और इसी तरह सदूम और अमूरा और उन के आस-पास के शहरों के लोग भी उन इस्राईलियों की तरह जिन्सी बदफ़ेली करने लगे थे, चुनांचे अब्दी आग की सज़ा पा कर हमारे लिये बाइस इबरत ठहरे।


फिर उसी घड़ी एक बड़ा ज़लज़ला आया और शहर का दसवां हिस्सा गिर पड़ा। और सात हज़ार लोग उस ज़लज़ला से मारे गये और जो बाक़ी बचे वो दहशत-ज़दा होकर आसमान के ख़ुदा की तम्जीद करने लगे।


और साढ़े तीन दिनों तक हर उम्मत, हर क़बीले, हर अहल-ए-ज़बान और हर क़ौम के लोग उन की लाशों को देखते रहेंगे और उन की तद्फ़ीन न होने देंगे।


तब उन्हें शहर से बाहर उस बड़े अंगूरी बाग़ के हौज़ में रौंदा गया और हौज़ में से इस क़दर ख़ून बह निकला के उस की लम्बाई तक़रीबन तीन सौ किलोमीटर तक और ऊंचाई घोड़ों की लगामों तक जा पहुंची थी।


उस के बाद एक दूसरा फ़रिश्ता आया और वह बुलन्द आवाज़ से ऐलान किया, “ ‘गिर पड़ा वो अज़ीम शहर बाबुल गिर पड़ा,’ जिस ने अपनी ज़िनाकारी के क़हर की मय सब क़ौमों को पिलाई है।”


और वो ज़लज़ला इतना सख़्त था के अज़ीम शहर टूट कर तीन टुकड़े हो गया और तमाम क़ौमों के सब शहर भी तबाह हो गये। ख़ुदा ने बड़े शहर बाबुल को याद किया ताके वो उसे अपने शदीद क़हर की मय से भरा हुआ प्याला पिलाये।


जिन सात फ़रिश्तों के पास सात प्याले थे उन में से एक ने आकर मुझ से कहा, “इधर आ मैं तुझे उस बड़ी कस्बी यानी बड़े शहर की सज़ा दिखाऊं जो दरिया के किनारे पर बैठी हुई है।


और जिस औरत को तुम ने देखा, ये वो शहर अज़ीम है जो ज़मीन के बादशाहों पर हुकूमत करता है।”


उस की पेशानी पर ये पुरसरार नाम दर्ज था राज़ शहर अज़ीम बाबुल कस्बियों की वालिदा और ज़मीन की मकरूहात चीज़ों की मां।


और उस के अज़ाब से दहशत-ज़दा होकर दूर जा खड़े होंगे और कहेंगे, “ ‘अफ़सोस, अफ़सोस, ऐ अज़ीम शहर, ऐ बाबुल, ऐ शहर-ए-क़ुव्वत! घड़ी-भर में ही तुझे सज़ा मिल गई!’


उस शहर के जलने का धुआं देखेंगे और चिल्ला-चिल्ला कर कहेंगे, ‘क्या कभी कोई इतना बड़ा शहर इस अज़ीम शहर की मानिन्द मौजूद था?’


उस ने बुलन्द आवाज़ से एलान किया, “ ‘गिर पड़ा, वह अज़ीम शहर बाबुल गिर पड़ा!’ जो बदरूहों का मस्कन और हर नापाक रूह का अड्डा बन गया था, और हर नापाक परिन्दे का बसेरा और हर नापाक और मकरूह हैवान का अड्डा हो गया था।


फिर एक और फ़रिश्ता ने बड़ी चक्की के पाट की मानिन्द एक पत्थर उठाया और ये कह कर उसे समुन्दर में फेंक दिया, “बाबुल का अज़ीम शहर भी इसी तरह ज़ोर से गिराया जायेगा, और फिर उस का कभी पता न चलेगा।”


“और नबियों, और ख़ुदा के मुक़द्दसीन और ज़मीन के सारे मक़्तूलों का ख़ून, जिन्हें क़त्ल किया गया था, उसी शहर में पाया गया।”


Lean sinn:

Sanasan


Sanasan